40 से कम उम्र के हैं भारत के 20% करोड़पति, जानें कहां से आ रहा उनके पास इतना पैसा

नई द‍िल्‍ली. र‍ियल एस्‍टेट कंसेल्‍टेंसी फर्म Anarock ने एक स्‍टडी की है, ज‍िसमें ये बात सामने आई है क‍ि साल 2027 तक हाई नेट वर्थ वाले लोगों की संख्‍या 1.65 म‍िल‍ियन हो जाएगी, जो फ‍िलहाल 850,000 है. स्‍टडी में ये भी कहा गया है क‍ि साल 2024 में ऐसे लोगों की संख्‍या में भी वृद्ध‍ि देखी गई जो एचएनआई या कम से कम $1 मिलियन की निवेश योग्य संपत्ति रखते हैं. इसके अलावा अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ लोगों (यूएचएनआई या $30 मिलियन से अधिक की संपत्ति वाले लोगों) की संख्या में भी वृद्धि देखी गई. र‍िपोर्ट में कहा गया है क‍ि इसका मतलब ये है क‍ि भारत धन सृजन के एक परिवर्तनकारी युग का गवाह बन रहा है.

हैरान करने वाली बात ये है क‍ि भारत के 15 प्रतिशत से अधिक एचएनआई 30 साल से कम उम्र के हैं, जो स्टार्ट-अप यूनिकॉर्न, आईपीओ और टेक आधार‍ित वेंचर से संबंध‍ित हैं. इनमें से 20 प्रतिशत करोड़पति 40 साल से कम उम्र के हैं. एनारॉक ने कहा कि यह संख्या साल 2030 तक बढ़कर 25 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है. क्योंकि युवा इंटरप्रेन्‍योर, अब वेल्‍थ क्र‍िएशन को नई तरह से परिभाषित कर रहे हैं.

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दुन‍िया में भी बढ़ रहा दबदबा
भारत के धनवान केवल यहीं अपनी पहचान कायम नहीं कर रहे, बल्‍क‍ि वैश्‍विक स्‍तर पर भी इनकी पहचान बढ़ रही है. आंकड़ों की मानें तो साल 2027 तक भारत में HNIs की संख्‍या 1.65 म‍िल‍ियन हो जाएगी और इसमें 20 फीसदी ऐसे लोग होंगे, ज‍िनकी उम्र 40 साल से कम है.

र‍ियल एस्‍टेट में कर रहे न‍िवेश
खरीद रहे लग्‍जरी घर: साल 2024 के दौरान टोटल सेल में लग्‍जरी घरों का शेयर 28% रहा, जो कोरोना महामारी आने से पहले 16% था. खासतौर से मुंबई, द‍िल्‍ली और बेंगलुरु के अलावा लोगों ने गोवा, अल‍िबाग और जयपुर में लग्‍जरी घरों में जमकर इंवेस्‍ट क‍िया.

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व‍िदेशी न‍िवेश : करीब 14% UHNIs ने व‍िदेश की प्रॉपर्टी में भी न‍िवेश क‍िया. प्रॉपर्टी खरीदने के ल‍िए दुबई, लंदन और स‍िंगापुर सबसे ज्‍यादा हॉटस्‍पॉट बने. स‍िर्फ साल 2024 की बात करें तो व‍िदेशी प्रॉपर्टी में न‍िवेश 12 करोड़ बढ़ा है.

कहां से आ रहा इतना पैसा ?
टेक और स्‍टार्ट अप से : करीब 30% नए एचएनआई अपनी संपत्ति का श्रेय टेक्नोलॉजी, फिनटेक और स्टार्ट-अप्स को देते हैं.
मैन्‍युफैक्‍चर‍िंग : ‘मेक-इन-इंडिया’ अभियान ने औद्योगिक संपदा को बढ़ावा दिया है, जिसने यूएचएनआई अर्थव्यवस्था में 21% का योगदान दिया है.
रियल एस्‍टेट : इसमें र‍ियल एस्‍टेट ने भी अपना योगदान दिया है. इस सेक्‍टर का योगदान करीब 15% का है. लक्जरी और कमर्शि‍ल संपत्ति सबसे बडी वजह बने.
इक्‍व‍िटी : भारतीय स्‍टॉक मार्केट ने इक्‍व‍िटी से म‍िले पैसों में साल दर साल 18 फीसदी का इजाफा क‍िया. इसने भारत के धनी लोगों को और अधि‍क समृद्ध बन द‍िया.
स्‍टार्टअप : भारत के 15% से ज्‍यादा HNI 30 साल से कम उम्र के हैं, जो स्टार्ट-अप यूनिकॉर्न, IPO और टेक वेंचर से जुडे हैं. साल 2030 तक यह संख्या बढ़कर 25% होने की उम्मीद है.

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कहां खर्च कर रहे हैं अमीरजादे :
महंगी गाड‍ियां : साल 2024 में 37% से अधिक भारतीय एचएनआई ने महंगी गाड‍ियां खरीदीं, जिसमें लेम्बोर्गिनी, पोर्श और रोल्स रॉयस जैसे ब्रांड शाम‍िल हैं.

अपने ट्रैवल पर खर्च करते हैं : UHNIs सालभर में करीब 6 करोड रुपये कस्टम छुट्टियों और लक्जरी क्रूज पर खर्च करते हैं.

गहने और आर्ट : आपको ये जानकर हैरानी होगी क‍ि भारत, व‍िश्‍व का 5वां ऐसा बाजार है, जहां सबसे ज्‍यादा लग्‍जरी, कस्‍टमाइज्‍ड घड‍ियां और ज्‍वेलरी ब‍िकती हैं.

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