बीड: इन दिनों पारंपरिक वस्तुओं की भारी मांग है. साड़ी से लेकर ड्रेस तक, पारंपरिक परिधान विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहे हैं. अगर इनमें हाथ की कढ़ाई हो, तो उनकी कीमत और भी बढ़ जाती है. इसी को ध्यान में रखते हुए, कई कारीगर अपनी कला के जरिए अच्छी आमदनी कमा रहे हैं.
बंजारा समुदाय की हड़प्पा संस्कृति को कर रहे संरक्षित
बीड के कलाकार विजया पवार ने वर्षों से अपनी परंपरा को कायम रखा है. वे सुंदर कढ़ाई वाली वस्तुएं और पोशाकें बनाते हैं और बंजारा समुदाय की हड़प्पा संस्कृति को संरक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों से उनका व्यवसाय अच्छा चल रहा है. सराहनीय बात यह है कि उन्होंने इसके माध्यम से कई महिलाओं को रोजगार प्रदान किया है.
विजया कढ़ाई कर कमा रहीं सलाना 25 लाख रूपए
विजया पवार सूई और धागे से कपड़े पर बारीक कढ़ाई करते हैं. वे बंजारा समुदाय की महिलाओं के लिए कमर बेल्ट से लेकर पारंपरिक बैग तक विभिन्न वस्तुएं तैयार करते हैं.विजया ने सिलाई के कार्य के लिए विभिन्न मशीनरी का भी उपयोग किया है. शुरुआत में जो छोटा सा व्यवसाय उन्होंने शुरू किया था, वह आज एक अलग ऊंचाई पर पहुंच गया है. उनकी पारंपरिक वस्तुओं और परिधानों पर की गई नाजुक कढ़ाई उपभोक्ताओं को बेहद पसंद आती है, जिससे उन्हें इस व्यवसाय से काफी मुनाफा होता है. आज उनकी सालाना आय 20 से 25 लाख रुपये है.”
FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 12:14 IST