सोनचम्पा फिल्म को मिला सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार, छात्राओं की इस समस्या को लेकर करती है जागरूक

रिपोर्ट- रजत कुमार

इटावा: स्कूली बच्चियों में मासिक धर्म से जुड़ी हुई वर्जनाओं पर आधारित फिल्म “सोनचम्पा” को महिला सशक्तिकरण के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया. फिल्म को यह पुरस्कार पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आयोजित चतुर्थ बेहाला अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिया गया.

कोलकाता में यह पुरस्कार फिल्म के निर्देशक और बेसिक शिक्षा विभाग के स्टेट रिसोर्स ग्रुप के सदस्य राम जनम सिंह को प्रसिद्ध अभिनेत्री ऋचा शर्मा ने प्रदान किया है. सोनचम्पा लघु फिल्म को बंगाली फिल्म उद्योग की जानी मानी हस्तियों ने सराहा है.

यह फिल्म स्कूली छात्राओं के पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को लेकर बनाई है. इस फिल्म में बेसिक शिक्षा विभाग के करीब दो दर्जन शिक्षक और छात्रों ने अपनी भूमिका निभाई है.  बच्चियों से जुड़े मासिक धर्म की समस्याओं को लेकर इटावा जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के टीचर और स्टूडेंट्स ने मिलकर 30 मिनट की सोनचंपा नाम की फिल्म बनाई थी.

फिल्म पीरियड्स जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बालिकाओं और उनके अभिभावकों को जागरूक करने के लिए बनाई गई है. आंकड़े बताते हैं कि लड़कियां अपने पीरियड्स के चलते हर महीने 6 दिन की पढ़ाई छोड़ देती हैं. इन सभी मुद्दों को और बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य विषय में जागरूकता बढ़ाने का काम फिल्म सोनचम्पा करेगी.

स्वदेश कल्चरल बैनर तले सोनचम्पा नाम की इस लघु फिल्म का निर्माण इटावा जिले के बिरारी, दतावली और हड़ौली जैसे गांवों में हुई है. इसके अलावा ऐतिहासिक स्थल कालीवाहन, सुमेर सिंह का किला, टिक्सी मंदिर, विश्व प्रसिद्ध लायन सफारी आदि को स्थानों पर भी इसकी सूटिंग की गई है.

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