Noel Tata: रतन टाटा के निधन के बाद नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. नोएल, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं. नोएल को टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बनाने का फैसला बोर्ड ने सर्वसम्मति से लिया. इस तरह अब नोएल टाटा समूह की चैरिटेबल संस्थाओं की अगुआई करेंगे. रतन टाटा ने टाटा ट्रस्ट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. टाटा ट्र्स्ट की टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा सन्स में 66 फीसदी हिस्सेदारी है. टाटा ग्रुप को टाटा ट्रस्ट ही संचालित करता है. ये ट्रस्ट परोपकार वाले कामों की देखरेख करता है.
नोएल टाटा और रतन टाटा दोनों दिवंगत नवल टाटा के बेटे हैं, लेकिन दो अलग-अलग शादियों से हैं. रतन टाटा नवल टाटा की पहली पत्नी सूनी कमिसारियट के बेटे थे, जबकि नोएल टाटा उनकी दूसरी पत्नी सिमोन टाटा, जो एक स्विस व्यवसायी हैं, के बेटे हैं. नोएल टाटा के पास आयरलैंड की नागरिकता है. संभवत: इसकी वजह उनके परिवार के वैश्विक संबंधों का होना है. हालांकि नोएल मुख्य रूप से भारत में ही काम करते हैं.
ये भी पढ़ें- टाटा की फैमिली ट्री: जमशेदजी से रतन टाटा तक, कब किसने संभाली बिजनेस की कमान
संभाली ट्रेंट की बागडोर
नोएल ने टाटा समूह की खुदरा शाखा ट्रेंट के अध्यक्ष के रूप में काम किया है. इसके अलावा टाटा इंटरनेशनल और टाटा के अन्य वेंचर्स में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. टाटा इंटरनेशनल में शामिल होने से पहले उन्होंने यूके में नेस्ले में काम किया था. नोएल को इस बात का श्रेय जाता है कि उन्होंने ट्रेंट को एक सिंगल स्टोर से पूरे भारत में 700 से अधिक आउटलेट वाली श्रृंखला में बदल दिया. आर्थिक अनिश्चितता के दौरान खुदरा क्षेत्र में कई लोगों के विपरीत उन्होंने ट्रेंट लिमिटेड में तेजी से विस्तार पर लाभप्रदता को प्राथमिकता दी. नोएल ने यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक स्टोर और अधिक स्टोर खोलने से पहले वित्तीय रूप से व्यवहारिक हो.
ससेक्स से किया ग्रेजुएशन
नोएल का जन्म 1957 में मुंबई में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई मुंबई में हुई. इसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए वह इंग्लैंड चले गए. उन्होंने वहां ससेक्स यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद नोएल टाटा ने फ्रांस के INSEAD बिजनेस स्कूल से इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम भी किया.
ये भी पढ़ें- Ratan Tata Passes Away: जेआरडी से नहीं था कोई ब्लड रिलेशन, फिर कैसे टाटा ग्रुप के मालिक बन गए रतन टाटा
अलू मिस्त्री से हुई है शादी
नोएल टाटा का विवाह शापूरजी पालोनजी समूह के दिवंगत अध्यक्ष पालोनजी मिस्त्री की बेटी अलू मिस्त्री से हुआ है. शापूरजी पालोनजी टाटा समूह में एक महत्वपूर्ण शेयरधारक थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2011 में नोएल टाटा के साले साइरस मिस्त्री को रतन टाटा का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था. हालांकि, 2016 में, साइरस मिस्त्री को टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था, और रतन टाटा ने फरवरी 2017 तक चार महीने के लिए अस्थायी रूप से यह भूमिका फिर से निभाई थी. हालांकि, नटराजन चंद्रशेखरन टाटा समूह के वर्तमान अध्यक्ष हैं.
नोएल-अलू के 3 बच्चे
नोएल और अलू के तीन बच्चे हैं, जिनके नाम लिआ, माया और नेविल हैं. अलू मिस्त्री के साथ उनका विवाह टाटा समूह के भीतर संबंधों को मजबूत करता है. यह बिजनेस और पारिवारिक संबंधों के मिश्रण को भी दर्शाता है. इस परिवार में रतन टाटा के छोटे भाई जिमी भी हैं. जिमी टाटा ने भी शादी नहीं की है और वह अकेले रहते हैं. लेकिन जिमी टाटा के रतन टाटा की तरह ही टाटा संस और दूसरी कई टाटा कंपनियों में शेयर हैं. इसके अलावा जिमी सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं.
क्या करते हैं बच्चे
लिआ, नोएल टाटा की सबसे बड़ी बेटी हैं. लिआ ने स्पेन के मैड्रिड में एक बिजनेस स्कूल से मार्केटिंग की पढ़ाई की है. 2006 में लिआ ताज होटल रिसॉर्ट्स एंड पैलेसेस में असिस्टेंट सेल्स एग्जीक्यूटिव पद से करियर की शुरुआत की, इसके बाद उन्होंने ताज होटल में डेवलपमेंट एंड एक्सपेंशन प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर भी काम किया. माया, नोएल टाटा की छोटी बेटी हैं. माया ने टाटा ऑपर्च्युनिटीज फंड में काम किया. इसके बंद होने के बाद माया ने टाटा डिजिटल में काम शुरू किया. नेविल, नोएल टाटा के बेटे हैं. नेविल रिटेल चेन और अपनी दादी की कंपनी ट्रेंट में काम करते हैं. नेविल की शादी हो चुकी है. उनकी पत्नी मानसी किर्लोस्कर टेक्नोलॉजीज की निदेशक हैं. दोनों के एक बेटा है.
ये भी पढ़ें- कौन हैं एन चंद्रशेखरन, पारसी न होने के बाद भी क्यों रतन टाटा ने उन्हें बनाया ग्रुप का चेयरमैन
क्या हैं नोएल के शौक
नोएल टाटा को कई तरह के शौक हैं. उनका सबसे बड़ा शौक पढ़ना है. इसके अलावा उन्हें ट्रैवलिंग बेहद पसंद है. उनके यह शौक उनके व्यक्तित्व के गुणों, जिज्ञासा और निरंतर सीखने की इच्छा को दर्शाते हैं. घूमने को लेकर उनका लगाव उनके विविध संस्कृतियों और अनुभवों के प्रति उनकी ललक को दर्शाता है. इसके अतिरिक्त उन्हें तेज गति से गाड़ी चलाने का भी शौक है. वह मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर तेज गति से गाड़ी चलाने का आनंद लेते हैं. अक्सर उनकी स्पीड 100 किमी/घंटा से भी अधिक होती है. यानी वह रोमांच पसंद करते हैं.
नई भूमिका में नोएल
टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने पर, नोएल टाटा से सामाजिक जिम्मेदारी और सामुदायिक विकास के प्रति परिवार की प्रतिबद्धता को बनाए रखने की उम्मीद की जाती है.
Tags: Ratan tata, Tata Motors, Tata steel
FIRST PUBLISHED : October 11, 2024, 19:08 IST