सुब्रत रॉय का जन्म बिहार के अररिया जिले में हुआ था. उन्होंने 2 लाख करोड़ से ज्यादा का बिजनेस खड़ा किया. पेमेंट डिफॉल्ट होने पर सेबी ने उन पर जांच शुरू की थी.
नई दिल्ली. भारतीय उद्योग जगत में कुछ नाम ऐसे हैं जिनकी कहानियां हमेशा सुनाई जाएंगी. इनमें से कुछ किन्हीं वजहों से बदनाम हो गए तो कुछ ने अपनी मेहनत और ग्रोथ से दुनियाभर में नाम कमाया. हम जिस कारोबारी का किस्सा लेकर आए हैं, उसे एक दिलेर बिजनेसमैन और समय से आगे चलने वाला उद्योगपति माना जाता है. इनका जन्म भले ही बिहार के अररिया में हुआ था, लेकिन अपना घर बनाया यूपी की राजधानी लखनऊ को तो कर्मचारी देश के बिजनेस कैपिटल मुंबई को. एक समय ऐसा भी था, जब यह कारोबारी देश में खुद का समानांतर बैंकिंग सिस्टम चलाता था.
हम बात कर रहे हैं सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय सहारा की. भले ही 14 नवंबर, 2023 को वह दुनिया छोड़कर जा चुके हैं, लेकिन आज भी उनसे जुड़े किस्से कारोबारी गलियारों में बने रहते हैं. ऐसा ही एक किस्सा है साल 2013 का, जब उनके खिलाफ बाजार नियामक सेबी ने जांच शुरू की थी. कुछ आरोपों को लेकर चल रही इस जांच के तहत सेबी ने कंपनी से डॉक्यूमेंट मांगे थे. मजे की बात ये है कि सुब्रत राय सहारा ने जांच के लिए सेबी को 127 ट्रकों में भरकर दस्तावेज भेज दिए.
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12 साल चला वेरिफिकेशन
दरअसल, सहारा समूह की कंपनियों जांच शुरू होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को इसके जमाकर्ताओं की पड़ताल करने को कहा. सेबी ने जब सहारा समूह से जमाकर्ताओं के डॉक्यूमेंट मांगे तो कंपनी ने 127 ट्रकों में सारे डॉक्यूमेंट लादकर भेज दिए. इसमें 3 करोड़ से ज्यादा अप्लीकेशन फॉर्म और 2 करोड़ रिडम्पशन वाउचर भरे हुए थे. सहारा के वकील ने साल 2024 में सुप्रीम कोर्ट में चल रही एक सुनवाई के दौरान कहा कि सहारा की ओर से भेजे गए डॉक्यूमेंट का सेबी 12 साल बाद भी वेरिफिकेशन नहीं कर सकी है.
निवेशकों को लौटाने थे 24 हजार करोड़
आपको बता दें कि सहारा समूह ने अपने भुगतान में चूक की तो सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त, 2012 में दिए अपने फैसले में कहा कि समूह को अपनी दो कंपनियों सहारा इंडिया रियल एस्टेट और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट में जमा 2 करोड़ निवेशकों का पैसा वापस लौटाएं. यह रकम करीब 24 हजार करोड़ रुपये थी, जिसे 15 फीसदी ब्याज के साथ लौटाना था. हालांकि, साल 2020 में सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि समूह की दो कंपनियों और प्रमुख सुब्रत राय को कुल 62 हजार करोड़ रुपये लौटाने होंगे.
ब्रिटिश पीएम के साथ था उठना-बैठना
सहारा प्रमुख सुब्रत राय को भले ही लंबा समय जेल में बिताना पड़ा, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उनका उठना-बैठना ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के साथ था. सुब्रत बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन को अपना दोस्त मानते थे. साल 2004 में लखनऊ में हुई उनके बेटों की शादी लंबे समय तक चर्चा का विषय बनी रही. इसे देश के सबसे चर्चित शादियों में एक माना जाता है. इस शादी में करीब 10 हजार लोग शामिल हुए थे, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी शामिल थे.
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FIRST PUBLISHED : October 18, 2024, 14:13 IST