नई दिल्ली. रिटायरमेंट प्लानिंग वाकई एक मुश्किल काम लगता है. जब तक हम काम कर रहे होते हैं और 40 पार नहीं करते, तब तक तो लगता है कि शायद कभी रिटायर होंगे ही नहीं. मगर रिटायरमेंट तो नियती है और होनी ही है. यह बात जितना जल्दी समझ में आए, उतना ही अच्छा. समझ में आने से मतलब है कि जल्दी से इसकी तैयारी शुरू कर देना सही है. फाइनेंस की दुनिया के एक्सपर्ट रिटायरमेंट के लिए 80 परसेंट का एक रूल सुझाते हैं. इस रूल से रिटायरमेंट में जीवन आनंदमयी हो सकता है. यह नियम क्या है? चलिए जानते हैं-
80% नियम इस विचार पर आधारित है कि आपकी रिटायरमेंट के बाद खर्चे आपके कामकाजी सालों के मुकाबले कम हो जाएंगे. काम से जुड़े खर्च, जैसे आने-जाने का खर्च या रिटायरमेंट के लिए बचत करना, कम हो जाएंगे, और टैक्स में भी कमी हो सकती है. इस आधार पर आप अपने वर्तमान आय के 80% हिस्से पर आराम से रह सकते हैं. हालांकि, यह आपके लाइफस्टाइल, स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं और अन्य पर्सनल कारणों पर निर्भर कर सकता है.
उदाहरण के लिए, यदि आपकी वर्तमान वार्षिक आय 10,00,000 (10 लाख) रुपये है, तो आपको रिटायरमेंट में सालाना ₹8,00,000 की आवश्यकता होगी. इसका उद्देश्य आपके दैनिक खर्चों को पूरा करना और आपकी जीवनशैली को बनाए रखना है.
अपनी रिटायरमेंट बचत कैसे कैलकुलेट करें?
80% नियम का पालन करने के लिए आपको कितनी बचत करनी चाहिए, यह जानने के लिए आपको अपनी सालाना रिटायरमेंट आय की आवश्यकता का अनुमान लगाना होगा और फिर उस संख्या को उन वर्षों से गुणा करना होगा, जितने साल तक आप सेवानिवृत्त रहेंगे. तरीका काफी आसान है-
अपनी प्री-रिटायरमेंट आय का अनुमान लगाएं: अपनी वर्तमान वार्षिक आय से शुरू करें या जितनी आप रिटायरमेंट के समय कमाने की उम्मीद कर रहे हैं.
80% नियम लागू करें: अपनी प्री-रिटायरमेंट आय को 80% से गुणा करें. यह आपको आपकी रिटायरमेंट में आवश्यक वार्षिक आय का अनुमान देगा.
रिटायरमेंट की अवधि पर विचार करें: यह तय करें कि आपको कितने सालों तक इस आय की आवश्यकता होगी. उदाहरण के लिए, अगर आप 60 की उम्र में रिटायर होते हैं और 85 तक जीने की उम्मीद करते हैं, तो आपको 25 सालों तक की आय की योजना बनानी होगी.
अन्य आय स्रोतों को शामिल करें: यदि आप पेंशन, किराए या सामाजिक सुरक्षा जैसी आय की उम्मीद कर रहे हैं, तो इन्हें अपनी कुल आवश्यकता से घटाएं.
मान लें कि आप सालाना ₹10,00,000 कमा रहे हैं और आप 60 की उम्र में रिटायर होने की योजना बना रहे हैं, 85 तक जीने की उम्मीद रखते हैं. 80% नियम के अनुसार, आपको सालाना ₹8,00,000 की आवश्यकता होगी और 25 सालों तक इसके लिए ₹2 करोड़ (₹8,00,000 × 25 साल) की बचत करनी होगी.
क्यों 80% नियम में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है?
हालांकि 80% नियम एक मजबूत शुरुआती बिंदु प्रदान करता है, पर यह समझना महत्वपूर्ण है कि आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियां कैसी हैं. इन्हीं के आधार पर आपको बचत कम या ज्यादा करनी होगी.
स्वास्थ्य खर्च: उम्र बढ़ने के साथ चिकित्सा खर्च बढ़ने की संभावना होती है. अगर किसी व्यक्ति को गंभीर रोग है और बीमा कवरेज नहीं है, तो इन खर्चों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है.
लाइफस्टाइल: यदि आप अक्सर यात्रा करने या रिटायरमेंट में एक शानदार लाइफस्टाइल बनाए रखने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अपनी आय के 80% से अधिक की आवश्यकता हो सकती है.
लोन: अगर आपके पास अभी भी लोन हैं जिन्हें आपको रिटायरमेंट के दौरान चुकाना है, तो यह आपके खर्चों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.
मुद्रास्फीति: समय के साथ मुद्रास्फीति आपकी धन की क्रय शक्ति को कम कर देती है. आपको यह सुनिश्चित करने के लिए अधिक बचत करनी होगी कि आपकी आय बढ़ती लागतों के साथ बनी रहे.
रिटायरमेंट सेविंग टारगेट पर कैसे पहुंचे?
अब जब आपको अंदाजा हो गया है कि रिटायरमेंट के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, आप उस लक्ष्य तक पहुंचने की दिशा में काम करना शुरू कर सकते हैं. यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
जल्दी बचत शुरू करें: जितनी जल्दी आप बचत शुरू करेंगे, आपका पैसा उतनी ही तेजी से बढ़ेगा. छोटी बचत भी समय के साथ बड़े अंतर ला सकती है.
स्मार्ट निवेश करें: केवल बचत करना ही पर्याप्त नहीं है, आपको अपने पैसे को इस तरह से निवेश करना चाहिए कि वह बढ़ सके. शेयरों, बॉन्ड और अन्य संपत्तियों में निवेश को विभाजित करना जोखिम को कम करने और रिटर्न बढ़ाने में मदद कर सकता है.
रिटायरमेंट अकाउंट्स का लाभ उठाएं: भारत में कर्मचारी भविष्य निधि (EPF), सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), और राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) जैसे विकल्प कर लाभ प्रदान करते हैं और आपको रिटायरमेंट के लिए बचत करने में मदद करते हैं.
आय के साथ बचत बढ़ाएं: जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, अपनी बचत की प्रतिशतता को भी बढ़ाने का प्रयास करें. कई वित्तीय विशेषज्ञ सालाना आय का कम से कम 15% बचत करने की सलाह देते हैं.
खर्चों को कम करें: आज के अनावश्यक खर्चों में कटौती करने से भविष्य में अधिक बचत हो सकती है. आज बचाया गया हर रुपया आपको एक आरामदायक रिटायरमेंट के और करीब ले जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 20, 2024, 14:07 IST