नई दिल्ली. आज के समय में पैसे बचाने की प्रक्रिया को खास लक्ष्यों के अनुसार चलाना जरूरी है. चाहे यह किसी बच्चे की पढ़ाई के लिए हो या रिटायरमेंट के लिए, इन लक्ष्यों को तय करना जरूरी है ताकि आप सही तरीके से पैसे जमा कर सकें. विशेषज्ञ कहते हैं कि ‘आय में से बचत घटाने पर खर्च होता है’ का नियम अपनाना चाहिए. इसका मतलब है कि पहले आपको अपनी बचत करनी चाहिए और फिर जो बचे, उसे खर्च करना चाहिए. लेकिन कई लोग पहले खर्च करते हैं और जो बचता है वही बचाते हैं. यदि आप पहले बचत करेंगे तो आपके अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने की संभावना बढ़ जाती है.
उदाहरण के लिए यदि आप हर महीने ₹5,000 का निवेश करते हैं और आपकी निवेश पर सालाना 12 प्रतिशत की वृद्धि होती है, तो 20 वर्षों में आपकी राशि ₹50 लाख हो सकती है. इसमें से ₹12 लाख आपका मूल निवेश होगा, और बाकी ₹38 लाख आपका लाभ होगा. अगर आप हर महीने ₹10,000 की बचत करते हैं, तो यह राशि लगभग ₹1 करोड़ हो जाएगी. अगर आप निवेश की अवधि को 25 वर्षों तक बढ़ाते हैं, तो ₹5,000 की मासिक बचत से लगभग ₹95 लाख मिल सकता है, और ₹10,000 से यह राशि बढ़कर ₹1.9 करोड़ हो सकती है.
इन बातों का रखें ध्यान
लेकिन किसी भी निवेश की शुरुआत से पहले, आपको मुद्रास्फीति और आपके लक्ष्यों के लिए समय को ध्यान में रखना चाहिए. जैसे यदि आपको 20 वर्षों में अपने बच्चे की शिक्षा के लिए ₹25 लाख की जरूरत है, तो मुद्रास्फीति के कारण यह राशि 25 वर्षों में ₹35 लाख हो सकती है. एक ₹3,000 की मासिक SIP 30 वर्षों में ₹1 करोड़ से अधिक हो सकती है, जो इस अंतर को भरने में मदद करेगी.
कितना करें निवेश?
SIP कैलकुलेटर का उपयोग करके आप यह जान सकते हैं कि आपको कितना निवेश करना है और कितने समय तक निवेश करना है ताकि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को पा सकें. इक्विटी म्यूचुअल फंड एक अच्छे विकल्प हैं क्योंकि ये लंबे समय में अच्छा लाभ देते हैं. अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने और सही बचत आदत विकसित करने के लिए, वित्तीय विशेषज्ञ 2-3 म्यूचुअल फंड योजनाओं में SIP करने की सलाह देते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 18:42 IST