ट्रंप कई बार अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाने का विरोध कर चुके हैं. चुनावी अभियान के दौरान भी उन्होंने जवाबी टैरिफ लगाने की बात कही. अगर चीन, भारत पर टैरिफ लगा तो ट्रेड वॉर का खतरा पैदा हो सकता है.
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद मीडिया से मुखातिब डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया से वादा किया कि वे युद्ध नहीं होने देंगे. लेकिन, उनके पिछले बयानों को देखें तो साफ पता चलता है कि नए राष्ट्रपति चीन के साथ बाकायदा ‘वॉर’ शुरू करने के मूड में हैं. यह अलग बात है कि यह लड़ाई जरा दूजे किस्म की होगी. इस वॉर की जद में सिर्फ चीन ही नहीं भारत और यूरोपीय देश भी आएंगे. जाहिर है कि अमेरिका के खिलाफ इस वॉर में भारत और चीन दोनों साथ शामिल हो सकते हैं.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं ट्रेड वॉर की. जी ट्रेड वॉर जो ट्रंप पहले ही कर चुके हैं. उनके पिछले कार्यकाल में चीन और भारत को इस ट्रेड वॉर का नुकसान झेलना पड़ा था. अब एक बार फिर वही हालात बन सकते हैं. दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान में साफ कहा था कि चीन और भारत जैसे देश हमारे प्रोडक्ट पर बहुत टैरिफ लगा रहे हैं और सत्ता में आने पर हम भी इन देशों के प्रोडक्ट पर टैरिफ लगाएंगे. अब जीत के बाद ट्रंप का मानना है कि जनता ने उन्हें इस काम के लिए खुली छूट भी दे दी है. जाहिर है कि ट्रंप का सीधा निशाना चीन पर होगा.
क्या कर सकते हैं ट्रंप
ट्रंप चीन के उत्पादों पर टैरिफ लगाने का फैसला कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. वैसे अमेरिकी कांग्रेस इस टैरिफ वॉर के खिलाफ है लेकिन ट्रंप को मिला पूर्ण बहुमत कांग्रेस की इस रेखा को पार कर सकता है. चीन के बाद ट्रंप भारत के उत्पादों पर भी आयात शुल्क लगा सकते हैं. बदले में भारत और चीन भी अमेरिका पर इसी तरह की कार्रवाई कर सकते हैं, जिसका असर यूरोपीय देशों तक पड़ेगा और ट्रेड वॉर छिड़ सकता है.
100 फीसदी टैरिफ लगाने के मूड में हैं ट्रंप
डेमोक्रेटिक पार्टी का भी मानना है कि चीन पर टैरिफ लगाया जाना चाहिए, लेकिन पार्टी की मंशा कुछ जगहों पर ही सख्ती करने की है. वहीं, ट्रंप अब पूरी तरह सख्त मूड में उतर आए हैं. पहले वह 10 फीसदी टैरिफ की बात करते थे, अब 20 फीसदी लगाने की कह रहे. इसी तरह, चीन पर पहले जहां 60 फीसदी टैरिफ लगाने की बात करते थे तो अब 100 फीसदी टैरिफ लगाने की बात करते हैं.
जवाब देंगे चीन-भारत
अगर ट्रंप ने टैरिफ लगाया तो जाहिर है कि चीन और भारत भी इसका जवाब देंगे और यूरोपीय देशों को भी आयात शुल्क लगाना पड़ेगा. इस कदम से अमेरिका और भड़केगा जिससे दोतरफा ट्रेड वॉर छिड़ सकता है. ऐसा हुआ तो इसका असर सिर्फ भारत, चीन, यूरोप या अमेरिका पर ही नहीं पूरी दुनिया पर दिखेगा और आर्थिक रूप से ग्लोबल इकनॉमी एक बार फिर कमजोर पड़ सकती है. आपको बता दें कि ट्रंप पहले से ही टैरिफ को लेकर भारत के खिलाफ मुखर रहे हैं. उनका कहना है कि भारत उनके उत्पादों पर सबसे ज्यादा टैरिफ लगाता है.
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FIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 19:25 IST