नई दिल्ली. अगर आप जीवन में कंपाउंडिग (चक्रवृद्धि ब्याज) का लाभ लेने से चूक जाते हैं तो यह वाकई दुख की बात है. ऐसा कहना है मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन और सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल का, जिन्होंने 9 नवंबर को ट्रेडिंग राइट कार्यक्रम में शिरकत की थी. उन्होंने बताया कि 2003 से 2008 के बीच वह शेयर मार्केट में आई जबरदस्त तेजी का फायदा नहीं ले पाए क्योंकि वह बाजार में निवेशित नहीं थे.
बकौल रामदेव अग्रवाल, “अगर मैंने उस अवधि में बाजार में निवेश किया होता तो मेरी कुल संपत्ति आज दोगुनी हो जाती.” रामदेव अग्रवाल का कहना है कि निवेश के दौरान सबसे बड़ी गलती शेयर बाजार से बाहर रहना होती है. अग्रवाल ने बताया कि शेयर बाजार पैसा कमाने के लाखों मौके देता है लेकिन लोगों को भीड़ को फॉलो नहीं करना चाहिए बल्कि अपना रास्ता खोजना चाहिए. बकौल अग्रवला, “बाजार में सफल होने का हर किसी का अपना तरीका होता है, सिर्फ अपने पड़ोसियों की नकल नहीं करनी चाहिए.”
25 परसेंट का सीएजीआर
अग्रवाल ने बताया कि वॉरेन बफेट ने पिछले 65 साल में 20 फीसदी का सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) दिया है. अग्रवाल आगे चलकर 25 फीसदी का सीएजीआर देना चाहते हैं. उनका मानना है कि भारत की ग्रोथ स्टोरी काफी मजबूत है और यह कम से कम अगले कुछ सालों के लिए अतिरिक्त 5 फीसदी सीएजीआर का मौका देगी.
बाजार में हाई वैल्यूएशन पर क्या कहा
अग्रवाल ने हाई वैल्यूएशन को लेकर कहा कि निवेशक मिडकैप और स्मॉलकैप में बहुत ज्यादा अर्निंग ग्रोथ की उम्मीद लगाए बैठे हैं और अगर अनुमान गलत हुए तो बाजार के नीचे आने का खतरा है. उन्होंने कहा कि बाजार का ऊंचाई पर जाना भी इसी अनुमान के आधार पर हुआ है. उनका मानना है कि रिटेल इन्वेस्टर्स का निवेश आगे और बढ़ेगा और इससे इक्विटी म्यूचुअल फंड्स को लाभ होगा.
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FIRST PUBLISHED : November 9, 2024, 17:54 IST