नई दिल्ली. भारत में सेक्स उत्तेजना और ताकत बढ़ाने वाली दवाओं की बिक्री तेजी से बढ़ रही है. ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस इंडस्ट्री के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि लोग अपनी झिझक दूर कर रहे हैं और अपने यौन जीवन में सुधार करना चाह रहे हैं. यही वजह है कि इन टैबलेट्स की मांग बढ़ने लगी है. मार्केट रिसर्च फर्म फार्मारैक के आंकड़ों से पता चलता है कि वियाग्रा और सियालिस ब्रांड्स के सैक्स उत्तेजक प्रोडक्ट्स की बिक्री में साल दर साल 17% की वृद्धि हुई.
आंकड़ों से पता चलता है कि वियाग्रा ब्रांड की सिल्डेनाफिल (Sildenafil) की बिक्री सितंबर 2023 को समाप्त 12 महीनों में ₹456 करोड़ से 15% ज्यादा, ₹525 करोड़ रही. फार्मारैक के अनुसार, इसी अवधि के दौरान तडालाफिल (Tadalafil) ब्रांड्स की बिक्री 19% बढ़कर ₹205 से ₹244 करोड़ हो गई.
12 महीनों में तेजी से बढ़ी बिक्री
फार्मारैक डेटा से पता चलता है कि इस साल सितंबर तक पिछले 12 महीनों में सेक्स उत्तेजना और पावर बढ़ाने वाली गोली-दवाइयों की बिक्री ₹829 करोड़ रही. दवा कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि सेक्स उत्तेजना बढ़ाने वाली दवाइयों की मांग इसलिए बढ़ी है, क्योंकि अब लोग यौन संबंधी व्यवहार और प्रयोगों को लेकर ज्यादा उदार हो गए हैं.
उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर ईटी को बताया, ”कंपनियां नए उत्पाद लॉन्च करने से नहीं कतराती हैं, क्योंकि मांग काफी अधिक है और वे बहुत तेजी से बेचते हैं.” ज्यादातर मांग आयुर्वेदिक गोलियों की हो रही है.”
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FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 14:13 IST