नई दिल्ली. आजकल पैसे की जरूरतों के लिए लोग विभिन्न प्रकार के लोन का सहारा लेते हैं. पर्सनल लोन और गोल्ड लोन दो प्रमुख विकल्प हैं, जिनके बीच में कई अंतर हैं. इन दोनों प्रकार के लोन के बीच के अंतर को समझना जरूरी है ताकि आप अपनी जरूरतों के अनुसार सही लोन का चयन कर सकें.
पर्सनल लोन बिना किसी संपत्ति के सिक्योरिटी के मिलता है, जबकि गोल्ड लोन को स्वर्ण या अन्य कीमती धातु के खिलाफ लिया जाता है. दोनों के लाभ और सीमाएं अलग-अलग हैं, जिनका विश्लेषण करके ही सही निर्णय लिया जा सकता है.
1. ब्याज दर
पर्सनल लोन: पर्सनल लोन पर ब्याज दर आम तौर पर गोल्ड लोन की तुलना में ज्यादा होती है, क्योंकि यह एक अनसिक्योर लोन है. इसमें बैंक को लोन की वापसी का कोई भौतिक सुरक्षा (collateral) नहीं मिलता है. इसलिए, पर्सनल लोन में जोखिम अधिक होता है, और इस कारण ब्याज दर भी ज्यादा होती है.
गोल्ड लोन: गोल्ड लोन पर ब्याज दर कम होती है, क्योंकि इसे सिक्योर लोन माना जाता है. इसमें बैंक के पास गिरवी रखा सोना एक सुरक्षा के रूप में होता है, जिससे बैंक को जोखिम कम होता है और ब्याज दर भी कम रहती है.
2. लोन की राशि
पर्सनल लोन: पर्सनल लोन की राशि आपके क्रेडिट स्कोर और आय पर निर्भर करती है. यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और आपकी आय स्थिर है, तो आप बड़ी राशि का पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं.
गोल्ड लोन: गोल्ड लोन में, आपको लोन की राशि आपके द्वारा गिरवी रखे गए सोने की वैल्यू के आधार पर मिलती है. यदि आपके पास ज्यादा सोना है, तो आप अधिक लोन प्राप्त कर सकते हैं.
3. लोन की अवधि
पर्सनल लोन: पर्सनल लोन की अवधि लंबी हो सकती है, यानी 1 से 5 साल तक. इस लोन की अवधि लोन की राशि, भुगतान की शर्तों और बैंक के नियमों पर निर्भर करती है.
गोल्ड लोन: गोल्ड लोन की अवधि सामान्यतः छोटी होती है, जैसे 3 से 12 महीने. इसे आपको जल्द से जल्द चुकता करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसमें सोने को गिरवी रखा जाता है.
4. मंजूरी प्रक्रिया
पर्सनल लोन: पर्सनल लोन के लिए बैंक की कागजी प्रक्रिया और क्रेडिट चेक की आवश्यकता होती है, जो समय लेने वाली होती है. इसके लिए आपको क्रेडिट स्कोर, आय प्रमाण पत्र, और अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता होती है.
गोल्ड लोन: गोल्ड लोन की मंजूरी प्रक्रिया तेज होती है, क्योंकि इसमें सोने को गिरवी रखा जाता है. इसके लिए आपको कोई लंबी कागजी प्रक्रिया नहीं करनी होती, और यह लोन काफी जल्दी मिल जाता है.
5. लोन का उद्देश्य
पर्सनल लोन: पर्सनल लोन का उपयोग व्यक्तिगत जरूरतों के लिए किया जा सकता है, जैसे मेडिकल इमरजेंसी, शादी, यात्रा या शिक्षा के लिए.
गोल्ड लोन: गोल्ड लोन का मुख्य उद्देश्य तब होता है जब आपको तत्काल पैसे की जरूरत हो और आपके पास सोने का भौतिक संपत्ति हो.
6. रिटर्न्स
पर्सनल लोन: पर्सनल लोन के साथ कोई निवेश या रिटर्न्स नहीं होते हैं. यह केवल एक उधार राशि है, जिसे आपको चुकाना होता है.
गोल्ड लोन: गोल्ड लोन में रिटर्न्स की कोई संभावना नहीं होती क्योंकि यह भी एक प्रकार का ऋण है, जिसमें आप अपनी संपत्ति (सोना) गिरवी रखते हैं.
अगर आपको तत्काल पैसे की जरूरत है और आपके पास सोना है, तो गोल्ड लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है. यह तेज प्रक्रिया और कम ब्याज दर के साथ आता है. वहीं, अगर आपके पास कोई संपत्ति नहीं है और आपको अधिक लोन राशि की आवश्यकता है, तो पर्सनल लोन आपके लिए बेहतर हो सकता है, लेकिन यह उच्च ब्याज दर के साथ आता है.
FIRST PUBLISHED : November 24, 2024, 14:55 IST