पिता क्लर्क, मां पूर्व जिला पार्षद, बेटी बनी डीएसपी, बेटी की कामयाबी पर छलके पिता के आंसु.

औरंगाबाद : कहते हैं हौसला हो तो सफलता हासिल हो ही जाती है. कुछ ऐसा ही किया है औरंगाबाद जिले की सुधा राज ने, इन्होंने 69वीं BPSC परीक्षा में 143वीं रैंक लाकर जिले का नाम रौशन किया है. बता दें सुधा राज को डीएसपी पद मिला है. सुधा की मां मनोरमा देवी पूर्व जिला पार्षद हैं. उन्होंने बेटी की इस उपलब्धि पर खुशी जताई, उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और लगन से सुधा राज ने सफलता हासिल की है. बता दें सुधा राज के पिता अवधेश पासवान आपदा प्रबंधन विभाग में क्लर्क हैं.

SI से DSP बनी सुधा राज
बता दें सुधा राज ने अपनी प्राइमरी से ग्रेजुएशन तक कि पढ़ाई औरंगाबाद से करने के बाद साल 2018 में UPSC की तैयारी करने के लिए दिल्ली चली गई. सुधा राज के पिता ने बताया कि इसी वर्ष बेटी को दो सफलता हासिल हुई हैं. 2018 से तैयारी कर रही सुधा ने BPSC और UPSC में परीक्षा दी लेकिन असफल हो गई. इसी वर्ष साल 2024 में बिहार पुलिस में उनका चयन दरोगा के रूप में हुआ. जिसकी ट्रेनिंग के लिए वो राजगीर चली गई.

6 वर्षों का संघर्ष लाया रंग
सुधा राज की मां मनोरमा देवी ने बताया कि दारोगा बनने के बाद भी उसने मेहनत करना नहीं छोड़ा, बेटी यूपीएससी में सफल होकर देश और समाज की सेवा करना चाहती थी. इसी सोच के साथ साल दर साल तैयारी करती रही और 2024 बिहार पुलिस में जॉब भी ज्वाइन किया लेकिन पढ़ाई को नहीं छोड़ा. बता दें सुधा राज ने 69वीं BPSC परीक्षा में इस वर्ष सफलता हासिल कर सभी को चौंका दिया.

मां पूर्व जिला पार्षद पिता क्लर्क
सुधा राज के माता पिता ने बताया कि इस समाज में बेटियों को घर से निकलने पर ताना मारा जाता था, लोग कई तरह कि टीका टिप्पणी करते थे. सुधा राज ने बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर उन सभी लोगों को जवाब दिया है. आपको बता दें इससे पहले सुधा राज का चयन बिहार पुलिस में SI पद के लिए इसी वर्ष हुआ था. वहीं BPSC में 143वां रैंक लाने से उन्हें डीएसपी का पद मिला है.

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