दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 210 किलोमीटर है. पहला चरण अक्षरधाम से बागपत तक 32 किलोमीटर लंबा है. इस चरण के जल्द ही यातायात के लिए खुलने की संभावना है.
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी को देहरादून से जोड़ने वाले 210 किलोमीटर लंबे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले चरण का काम पूरा हो गया है. अब बस इसके उद्घाटन का इंतजार है. एक्सप्रेसवे का करीब 32 किलोमीटर लंबा पहला हिस्सा नई दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर को यूपी के बागपत जोड़ता है. इसके चालू होने से दिल्ली से बागपत पहुंचने में केवल 25 मिनट ही लगेंगे. अभी अक्षरधाम से बागपत की दूरी तय करने में बहुत ज्यादा समय लगता है क्योंकि वाहनों को गीता कालोनी, खजूरी खास, मंडोला और पंचगांव जैसी घनी आबादी वाली जगहों से गुजरना पड़ता है. एक्सप्रेसेव शुरू होने से दिल्ली से बागपत आने-जाने वालों के साथ ही करावल नगर और मुस्तफाबाद विधानसभा के तहत आने वाली कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को भी आवाजाही में सुविधा होगी.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले फेज की कुल लंबाई 32 किलोमीटर है. इसमें से करीब 18 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटिड है. एलिवेटेड रोड दिल्ली के शास्त्रीनगर से शुरू होकर लोनी तक जाता है. अक्षरधाम से ईपीई क्रॉसिंग तक यह एक्सप्रेसवे पूर्वी दिल्ली की घनी आबादी से गुजर रहा है. यहां पर 18 किलोमीटर रोड एलिवेटेड बनाया गया है. एलिवेटिड रोड बनने की वजह से गीता कालोनी, खजूरी खास, मंडोला और पंचगांव जैसी घनी आबादी वाली जगहों से वाहनों को नहीं गुजरना होगा. वाहन ऊपर से निकल जाएंगे. इससे बागपत, सहारनपुर और उत्तराखंड जाने वाले वाहन चालकों को जाम से मुक्ति मिलेगी. अक्षरधाम मंदिर से लेकर गीता कॉलोनी श्मशान घाट तक हाइवे का पूरा हिस्सा जमीन पर है.
100 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से दौड़ेंगी कारें
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के एलिवेटिड हिस्से पर हल्के वाहनों की स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहनों की 80 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है. दिल्ली से यूपी जाने वाले ट्रैफिक के लिए 6 लेन वाले एक्सप्रेसवे पर अक्षरधाम, गीता कॉलोनी, शमशान घाट (कैलाश नगर), सोनिया विहार, विजय विहार और मंडोला में एंट्री पॉइंट होंगे. इसी तरह खजूरी चौक, सोनिया विहार, विजय विहार और मंडोला में एग्जिट पॉइंट बनाए जाएंगे. इसी तरह, यूपी से दिल्ली आने वाले ट्रैफिक के लिए मंडोला, विजय विहार और 5वां पुश्ता पर एग्जिट पॉइंट और मंडोला, लोनी, विजय विहार, उस्मानपुर, शमशान घाट (कैलाश नगर), गीता कॉलोनी और अक्षरधाम में एग्जिट पॉइंट बनाए जाएंगे. दिल्ली में एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करने वाले वाहन चालकों को टोल भी नहीं देना होगा.
बागपत यूपी की तरफ से आने वाले जिन लोगों को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली, कश्मीरी गेट बस अड्डा या सेंट्रल दिल्ली जाना है वे गांमड़ी पांचवां पुश्ता से नीचे उतर जाएंगे. नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से जिन लोगों को अक्षरधाम और नोएडा की ओर जाना है वे कैथवाड़ा से एक्प्रेसवे पर चढ़ सकते हैं. इससे उन्हें शास्त्री पार्क के साथ-साथ गांधी नगर पुश्ता रोड पर लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिल जाएगा. यमुनापार और नोएडा से आने जिन लोगों को आउटर रिंग रोड होते हुए रोहिणी, पीतमपुरा और हरियाणा जाना होता है, उन्हें यह एक्सप्रेसवे हनुमान मंदिर और मजनूं का टीला पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से बचाएगा.
ढाई घंटे में पूरा होगा 6 घंटे का सफर
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पूरी तरह चालू हो जाने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर 6 घंटे की बजाय ढाई घंटे में पूरा हो जाएगा. इस रूट से दिल्ली-हरिद्वार के सफर में 2 घंटे कम लगेंगे. वहीं दिल्ली से ऋषिकेश 3 घंटे में पहुंचना संभव हो सकेगा. एक्सप्रेसवे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर (Asia Longest Wildlife Corridor) बन रहा है. इस कॉरिडोर के बनने से जंगली जानवरों और इंसानों का आमना-सामना नहीं होगा.
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FIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 11:59 IST