नई दिल्ली. विश्व के सबसे ऊंचे चिनाब ब्रिज (आर्च) से गुरुवार को पहली ट्रेन का संचालन हुआ. भारतीय रेलवे ने 8 कोच मेमू ट्रेन की को चला कर ट्रायल किया. मेमू ट्रेन ने रामबन जिले के संगलदान और रियासी के बीच करीब 46 किमी. की दूरी तय की. इस दौरान ट्रेन की स्पीड 40 किमी प्रति घंटे की रही. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वयं एक्स के माध्यम से इसकी जानकारी दी.
भारतीय रेलवे के अनुसार ट्रेन संगलदान से 12:35 बजे चली और 14:05 बजे रियासी पहुंची. इस दौरान रास्ते में ट्रेन 9 सुरंगों से होकर गुजरी, जिनकी कुल लंबाई 40.787 किमी है. इसके साथ ही सबसे लंबी सुरंग टी-44 11.13 किमी लंबी थी. पहली पूर्ण ट्रेन चिनाब नदी पर दुग्गा और बक्कल स्टेशनों के बीच प्रतिष्ठित पुल को पार कर गई, जो दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च रेलवे पुल है. रियासी, बक्कल, दुग्गा और सावलकोटे स्टेशन जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित हैं. इस खंड पर विद्युतीकरण कार्य भी किया गया है.
48.1 किमी लंबे बनिहाल-संगलदान खंड सहित यूएसबीआरएल परियोजना का उद्घाटन 20 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था. 118 किमी लंबे काजीगुंड-बारामूला खंड को कवर करने इस परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन अक्टूबर 2009 में किया गया था. जून 2013 में 18 किमी लंबे बनिहाल-काजीगुंड खंड और जुलाई 2014 में 25 किमी लंबे उधमपुर-कटरा खंड का उद्घाटन किया गया था और आज चिनाब ब्रिज से ट्रेन का सफल संचालन किया गया.
FIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 17:26 IST