दिग्‍गज निवेशक की भविष्‍यवाणी, अभी यूं ही छलांग मारता रहेगा शेयर बाजार

हाइलाइट्स

शेयर बाजार 16 फीसदी की कंपाउंडिंग दर से बढ रहा है. रामदेव अग्रवाल का मानना है कि इसकी तेजी जारी रहेगी. एसआईपी के जरिए बाजार में हर साल आ रहा है मोटा पैसा.

नई दिल्‍ली. दिग्गज निवेशक और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) ने भविष्‍यवाणी की है कि बीएसई सेंसेक्स(BSE Sensex) अगले 5 साल में दोगुना होकर 1,60,000 अंकों तक पहुंच सकता है. रामदेव का कहना है कि सेंसेक्‍स औसतन हर साल 16 फीसदी की दर से बढ रहा है. आगे भी इसकी चाल ऐसी ही रहेगी. अभी कुछ भी ऐसा नजर नहीं आ रहा, जिससे सेंसेक्‍स की तेजी पर ब्रेक लगने की आशंका दिखती हो.

दिग्‍गज निवेशक ने कहा कि शेयर बाजार में हर महीने SIP के जरिए 20,000 करोड़ से अधिक की राशि आ रही है. यह किसी क्रांति से कम नहीं है. शेयर बाजार अब अधिक समावेशी हो रहा है और रिस्क कैपिटल अब सिर्फ अमीर वर्ग से ही नहीं आ रहा है. आज देश की एक बड़ी आबादी एसआईपी के जरिए 500 से लेकर 5000 रुपये तक हर महीने शेयर बाजार में निवेश कर रही है. यह एक सुखद स्थिति है.

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44 वर्षों से बढ़ रहा है सेंसेक्‍स
रामदेव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 44 वर्षों में सेंसेक्‍स 16.4% की कंपाउंडिंग की दर से बढा है. उन्‍होंने कहा, “1980 में मैंने अपना पहला शेयर खरीदा और उस समय सेंसेक्स 100 पर था. आज यह 80,000 है. 44 साल में इसके कंपाउंडिंग की दर 16.4% है. साल दर साल, 44 साल तक, मैंने इस बाजार को बढ़ते देखा है. पहले मुझे लगता था कि यह हर साल 15% की दर से बढ़ रहा है, लेकिन इसकी ग्रोथ 16% से भी अधिक है.”

पांच साल में दोगुना
रामदेव अग्रवाल ने कहा कि इस दर पर सेंसेक्स हर 5 साल में दोगुना हो जाता है. 40,000 से 80,000 तक पहुंचने में भी सेंसेक्‍स ने 5 साल ही लिए. इसलिए, यह मानने का कोई कारण नहीं है कि आगे चलकर बीएसई सेंसेक्‍स की ऐसी रफ्तार नहीं रहेगी. यह 14 फीसदी की दर से बढ सकता या फिर 16 फीसदी की. इसका बेस रेट अगर हम 15 फीसदी माने तो 2029 तक सेंसेक्‍स 1,60,000 पर पहुंच जाएगा.

हो गई है एसआईपी क्रांति
रामदेव अग्रवाल छोटे निवेशकों द्वारा शेयर बाजार में खूब पैसा लगाए जाने को एक अच्‍छा संकेत मानते हैं. उनका कहना है कि देश की आबादी 140 करोड़ है. ऐसे में शेयर बाजार में कम से कम 50 करोड़ लोग तो होने ही चाहिए. आज देश की एक बड़ी आबदी SIP के जरिए 500 से लेकर 5000 रुपये तक हर महीने शेयर बाजार में निवेश कर रही है. इससे हर महीने ₹20,000-22,000 करोड़ तो सालाना करीब ₹240,000 करोड़ रुपये शेयर बाजार में लग रहे हैं. ये किसी क्रांति से कम नहीं है.

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