चीन ने समंदर में 4 किलोमीटर नीचे खुदाई शुरू कर दी है. खनिज को निकालने के लिए डीप डाइव व्हीकल ‘कैतू 2’ को उतारा. मशीन ने 5 डुबकी लगाई, जिसमें एक बार तो 4000 मीटर पहुंचा.
नई दिल्ली. चालाक चीन ने एक बार फिर अपने एक्शन से दुनिया को चौंका दिया है. इस बार जमीन या आसमान नहीं, बल्कि समंदर में हजारों फीट नीचे हलचल शुरू की है. चीन ने समंदर में 4 किलोमीटर नीचे अपनी भारी-भारी मशीनें उतारकर खुदाई शुरू कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई मशीन समंदर में इतनी गहराई तक खुदाई करने में सफल हुई है. शंघाई म्यूनिसिपल गवर्नमेंट ने मंगलवार को कहा कि हमारी डीप डाइव मशीनों ने पहली बार 4000 मीटर की गहराई तक खुदाई करने में सफलता हासिल की है. साथ उसने अपने मकसद का भी खुलासा किया है.
चीन ने समंदर की गहराइयों में छिपे खनिज को निकालने के लिए अपने डीप डाइव व्हीकल ‘कैतू 2’ को पानी में उतारा. इस मशीन ने कुल 5 डुबकी लगाई, जिसमें एक बार तो 4000 मीटर तक की गहराई तक पहुंचा, जबकि 4 डुबकी 2000 मीटर तक की गहराई तक मारी है. इस मशीन में पॉवरफुल अंडरवॉटर रॉक ड्रिलिंग की क्षमता है, जो हजारों मीटर गहराई में भी चट्टानों की खुदाई कर सकती है. इसके अलावा खुदाई में मिले सामान को कलेक्ट करके सतह पर भी भेज देती है.
यह ड्रिलिंग मशीन 4000 मीटर जाकर खुदाई कर सकती है.
क्या मिला गहराइयों में
चीन की डीप डाइव मशीन ने 1,802.4 मीटर, 1,929.9 मीटर, 1,955.8 मीटर, 2,048.5 मीटर और 4,102.8 मीटर की गहराई में कुल 5 डुबकियां लगाईं. इस दौरान 200 किलोग्राम के खनिज निकाले गए. इन खनिजों में पॉलीमैटेलिक नॉड्यूल और कोबाल्ट शामिल है. यह पहली बार है जब चीन अपनी घरेलू तकनीक के बूते समंदर में इतनी गहराई तक जाकर खनिज खोजने में सफल रहा है. इन खनिजों में सीबेड जैसे कीमती खनिज भी शामिल हैं.
मशीन ने बनाया 6 रिकॉर्ड
शंघाई स्थित झाओ तांग यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम का मानना है कि उनके डीप डाइव व्हीकल ने 6 रिकॉर्ड बनाया है. पहली बार कोई मशीन समंदर में 4000 मीटर की गहराई तक जाकर खुदाई करने में सफल हुई है. इस मशीन में हाई मोबिलिटी टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है, जो समंदर की गहराई में जाकर मिनरल निकालने में सक्षम है.
समंदर की गहराईयों से कोबाल्ट सहित तमाम खनिज भी निकाला.
पर्यावरण की निगरानी करती है मशीन
इस माइनिंग व्हीकल में इनवॉयर्नमेंटल मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगा है, जो मिनरल की खुदाई के साथ पर्यावरण पर उसके प्रभाव का भी आकलन करने में सक्षम है. यह मशीन समंदर की गहराई में मिनरल यानी खनिज खोजने के साथ पर्यावरण पर इसके प्रभाव का डाटा भी उपलब्ध कराती है. अगर यह परीक्षण बड़े पैमाने पर सफल होता है तो चीन को काफी फायदा हो सकता है.
Tags: Business news, China, China news
FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 17:04 IST