नई दिल्ली. नीति आयोग की ओर से कई तरह की रिपोर्ट जारी की जाती है. SDG रिपोर्ट भी इनमें से एक है. रिपोर्ट में सामाजिक-आर्थिक स्थिति के लिहाज से देश के सभी राज्यों की रैंकिंग तय की गई है. नीति आयोग (NITI Aayog) की SDG रिपोर्ट में उत्तराखंड टॉप पर रहा है, जबकि बिहार की स्थिति सबसे खराब रही. मतलब बिहार इस लिस्ट में सबसे नीचे है. बिहार हर पैमाने पर फिसड्डी स्टेट साबित हुआ है. नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने SDG रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी.
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि पिछले दस साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं. इसका मतलब यह हुआ कि पिछले 10 साल में देश और खुशहाल हुआ है. SDG की रिपोर्ट के अनुसार, दो राज्यों को गरीबी उन्मूलन पर एसडीजी-1 प्राप्त करने के लिए सुधार करने की जरूरत है. इनमें बिहार और अरुणाचल प्रदेश का नाम शामिल है. इस रिपोर्ट को तैयार करने का उद्देश्य राज्यों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का पता लगाकर उसमें सुधार करना और वैसे राज्यों को विकास के रास्ते पर लाना है.
टॉप और वर्स्ट परफॉर्मर
नीति आयोग के सीईओ ने बताया कि बुनियादी अस्तित्व अब कोई मुद्दा नहीं है. कुपोषण, बौनापन और मिनिमम बॉडी मास इंडेक्स में सुधार करने की जरूरत है. इस बार की SDG रिपोर्ट में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रदर्शन का आकलन किया गया है. रिपोर्ट में 5 टॉप परफॉर्मर राज्यों में सबसे ऊपर उत्तराखंड है. इसके बाद केरल, तमिलनाडु, गोवा और हिमाचल प्रदेश का स्थान है. सबसे निचले पायदान पर बिहार है. फिसड्डी राज्यों में बिहार के बाद झारखंड, नागालैंड, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश का स्थान है.
क्या है SDG रिपोर्ट?
SDG यानी कि Sustainable Development Goals नाम की इस रिपोर्ट में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय स्थिति पर विचार किया जाता है. इन तीनों क्षेत्रों में प्रदेशों के प्रदर्शन का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की जाती है. बता दें कि नीति आयोग ने चौथी बार SDG रिपोर्ट जारी किया है. पहली SDG रिपोर्ट साल 2018 में जारी हुई थी.
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FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 20:01 IST