‘साल में 4 फिल्में करते हैं’ अक्षय कुमार पर ट्रोल्स ने मारा ताना, अब एक्टर ने कसा तंज, बोले- बेटा, याद रखना…

नई दिल्ली. अक्षय कुमार बॉलीवुड के उन स्टार्स में से हैं, जो साल में एक बाद एक 4 फिल्में करते हैं. लेकिन पिछले 2 सालों उनकी एक भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पा रही हैं. ‘बच्चन पांडे’, ‘सम्राट पृथ्वीराज’, ‘रक्षा बंधन’, ‘कटपुतली’, ‘राम सेतु’,’सेल्फी’, ‘मिशन रानीगंज’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’ जैसी कई फ्लॉप फिल्में देने के हाल ही में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘सरफिरा’ भी लोगों को लुभा नहीं पा रही हैं. लगातार एक के बाद एक फिल्में फ्लॉप होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग एक्टर को एक साथ इतनी सारी फिल्में करने को लेकर उन पर कटाक्ष कर रहे हैं. ट्रोल्स पर अब खिलाड़ी कुमार ने तंज कसा है.

अक्षय कुमार के करियर के लिए ये कठिन समय है. फिल्मों में काम मिल रहा है लेकिन वो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पा रही हैं. ट्रोल्स उनके साल में 4 से 5 फिल्में करने पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि एक साथ झोली भरकर फिल्में करने के बजाय उन्हें एक ही फिल्म पर ध्यान देना चाहिए. ट्रोल्स के तानों के बाद अब खिलाड़ी कुमार ने अपने अंदाज में ट्रोल्स को खरी-खरी सुनाई है.

ट्रोल्स को कैसे दिया जवाब
घज़ल अलघ (Ghazal Alagh) के साथ एक बातचीत में अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर होने वाली आलोचनाओं का जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए कहा जाता है ये चार फिल्म क्यों करता है साल में… इसको एक फिल्म करनी चाहिए… चलो मैं एक पिक्चर कर लेता हूं बाकी दिन क्या करूंगा? तेरे घर में आऊं? बेटा, याद रखना भाग्यशाली होते हैं वो लोग जिन्हें काम मिलता है. यहां रोज कोई ना कोई बोलता है बेरोजगारी चल रही है. ये चल रहा है, वो चल रहा है…जिसको काम मिल रहा है उसको तो करने दो.’

सालों किया इंडस्ट्री पर राज
सालों तक अक्षय कुमार लगातार हिट फिल्मों के साथ बॉक्स ऑफिस पर छाए रहे. हालांकि, वह इस समय मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, उनकी हाल की कई फिल्में खराब प्रदर्शन कर रही हैं.

फ्लॉप फिल्मों से ली सीख
फोर्ब्स इंडिया के साथ एक पुराने इंटरव्यू में, उन्होंने अपनी हालिया फ्लॉप फिल्मों और असफलता से सीखे गए सबक पर अपनी बात की थी. उन्होंने कहा था कि हर फिल्म के पीछे बहुत सारा खून, पसीना और जुनून होता है. किसी भी फिल्म को असफल होते देखना दिल तोड़ने वाला होता है. लेकिन आपको उम्मीद की किरण देखना सीखना होगा. हर असफलता आपको सफलता का मूल्य सिखाती है और उसके प्रति भूख को और भी बढ़ा देती है. सौभाग्य से, मैंने अपने करियर की शुरुआत में ही इससे निपटना सीख लिया था.’

असफल होने से दुख होता है लेकिन…
एक्टर ने कहा था, ‘बेशक, यह आपको दुख पहुंचाता है और प्रभावित करता है, लेकिन इससे फिल्म की किस्मत नहीं बदलेगी. यह ऐसा कुछ नहीं है जो आपके नियंत्रण में है… आपके नियंत्रण में जो है वह है कड़ी मेहनत करना, सुधार करना और अपनी अगली फिल्म के लिए अपना सब कुछ देना. इसी तरह मैं अपनी एनर्जी का इस्तेमाल करता हूं और अगले की ओर बढ़ने की कोशिश करता हूं. उन्होंने कहा था कि अपनी एनर्जी को वहां केंद्रित करता हूं जहां यह सबसे ज्यादा मायने रखता है’.

Tags: Akshay kumar, Entertainment news.

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