1 हफ्ते में स्क्रिप्ट, 28 दिनों में शूटिंग, बिना इंटरवल वाली पहली हिंदी फिल्म, विनोद खन्ना की न ने चमकाई ‘दिलीप’ की किस्मत

नई दिल्ली. हिंदी सिनेमा के अगर आप शौकीन रहे हैं, तो अपने सिनेमाघरों में जाकर फिल्में जरूर देखी होंगी. इन फिल्मों में के बीच में होने वाले इंटरवल पर आपने पॉपकॉर्न भी खूब खाए होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं हिंदी सिनेमा के एक दिग्गज फिल्ममेकर ने बिना इंटरवल के मूवी बनाई थी. विनोद खन्ना इस फिल्म के हीरो बनने वाले थे. लेकिन उन्होंने फिल्म को करने से साफ मना किया और एक ऐसे स्टार की किस्मत चमकी, जिसके करियर ये तीसरी लगातार हिट साबित हुई.

साल 1969 में रिलीज हुई ये फिल्म थी ‘इत्तेफाक’. राजेश खन्ना को ये फिल्म भी ‘इत्तेफाक’ से ही मिली. 1 घंटा 41 मिनट की इस फिल्म में कोई इंटरवल नहीं है. दरअसल, ये बात है तब की है, जब यश चोपड़ा बीआर फिल्म के लिए ‘आदमी और इंसान’ बना रहे थे. फिल्म में धर्मेंद्र, फिरोज खान, सायरा बानो और मुमताज जैसे बड़े कलाकार थे. फिल्म की पूरी यूनिट बीआर फिल्म्स के अपने नियमित कर्मचारियों की थी और इसकी शूटिंग बहुत बड़े पैमाने पर चल रही थी.

इत्तेफाक से बनी फिल्म ‘इत्तेफाक’
अचानक से सायरा बानो की तबीयत खराब हो गई. फिल्म के कलाकारों को तो खैर किसी तरह राजी किया गया और तारीखें बदल दी गईं, लेकिन तकनीशियन तो खाली बैठ गए. इस पर चोपड़ा बंधुओं को एक फिल्म तुरंत बनाने का फैसला किया. फिल्म के लिए कहानी की तलाश चल ही रही थी कि थिएटर देखने के शौकीन यश चोपड़ा ने एक दिन एक गुजराती नाटक देख लिया, ‘धुम्मस’. नाटक यश चोपड़ा को बहुत अच्छा लगा. वह बीआर फिल्म्स के पूरे स्टोरी डिपार्टमेंट को लेकर अगले दिन ये नाटक देखने फिर पहुंच गए. सबको कहानी पसंद आई. पता ये भी चला कि ये नाटक एक अंग्रेजी फिल्म ‘साइनपोस्ट टू मर्डर’ पर आधारित है. यश चोपड़ा तब तक इस नाटक पर फिल्म बनाने का मन बना चुके थे. 1 हफ्ते में फिल्म की कहानी लिखी. अख्तर उल इमान को जैसे ही स्क्रिप्ट मिली वैसे ही उन्होंने फटाफट इसके डॉयलॉग लिख डाले और यश चोपड़ा ने ये पूरी फिल्म सिर्फ 28 दिन में शूट कर डाली.

गुजराती नाटक देख लिया यश चोपड़ा ने इस फिल्म को 28 दिन में बना दिया था.

राजेश खन्ना और नंदा की जोड़ी ने लूटे दिल
फिल्म में राजेश खन्ना और नंदा ने अपनी अदाकारी से फैंस का दिल जीत लिया था. ये फिल्म कई मायनों में अहम रही. यश चोपड़ा ने इसी फिल्म के बाद अपनी खुद की कंपनी यशराज फिल्म्स की शुरुआत की थी. राजेश खन्ना को लेकर यश चोपड़ा ने पहली फिल्म ‘दाग’ भी बनाई थी, जो बड़ी हिट साबित हुई थी.

तीन स्टार्स ने ठुकाई थी फिल्म
फिल्म ‘इत्तेफाक’ की मेकिंग इतनी आसान भी नहीं रही. संजय खान से फिल्म के लीड रोल के लिए बात की गई, लेकिन जितना पैसा संजय खान ने इस फिल्म के लिए मांगा, वह फिल्म के बजट के हिसाब से ज्यादा था. इसके बाद शशि कपूर और विनोद खन्ना दोनों से बात की गई. लेकिन किसी वजह से वह फिल्म का हिस्सा नहीं बन सके. इसी बीच ये कहानी राजेश खन्ना के पास पहुंच गई और उन्होंने इसे करनी की हामी भर दी.

फिल्म की एक्ट्रेस भी नहीं थीं पहली पसंद
राजेश खन्ना ने ये भी वादा कर दिया कि वह इस बारे में पैसे की बात नहीं करेंगे और जो भी फिल्म का बजट होगा उसके हिसाब से ही पैसे ले लेंगे. 1969 में फिल्म ‘इत्तेफाक’ फिल्म‘बंधन’ और ‘आराधना’ के बाद रिलीज हुई और ये राजेश खन्ना की हिट फिल्मों की पहली हैट्रिक की तीसरी फिल्म साबित हुई. राजेश खन्ना की तरह फिल्म की हीरोइन नंदा भी इस फिल्म के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थी. उनसे पहले इस फिल्म के लिए दो और एक्ट्रेस को अप्रोच किया गया था. लेकिन बात नहीं बन पाई तो नंदा की झोली में ये फिल्म आई और फिल्म सफल साबित हुई. राजेश खन्ना और नंदा की जोड़ी को भी फिल्म में काफी पसंद किया गया था.

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