‘ना लीजेंड, ना दिग्गज, ना कलाकार बुलाएं; असली काम अब कर रहा हूं’, मन मुताबिक रोल मिलने में एक्टर को लग गए 40 साल

नई दिल्ली.  अनुपम खेर इन दिनों नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘विजय 69’ में नजर आ रहे हैं. दिग्गज एक्टर की ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर नंबर 5 पर ट्रेंड कर रही है. ‘विजय 69’ एक 69 वर्षीय इंसान के साहस की मिसाल है जो ट्रायथलॉन भागना चाहता है और वो पूरी दुनिया के खिलाफ जाकर अपने सपने पूरे करता है. फिल्म में विजय के किरदार में नजर आ रहे एक्टर अनुपम खेर का मानना है कि ये कहीं न कहीं उन्हीं की जिंदगी की कहानी है. वो भी अब 69 की उम्र में जाकर फिल्मों की दुनिया में असली काम कर रहे हैं.

एएनआई को दिए इंटरव्यू में अनुपम खेर कहते हैं, ‘विजय 69 मेरी खुद की लाइफ की जद्दोजहद की कहानी है. हालांकि मेरी उपलब्धियां बहुत हैं. मैंने बहुत कुछ कमाया है पिछले 40 सालों में, लेकिन मैं लोगों को ये हक नहीं देना चाहता कि आप ये फैसला करें कि आप मुझे दिग्गज बुलाएं, लीजेंड बुलाएं, या कलाकार बुलाएं. मुझे ये सब मत बुलाइए.’

अनुपम खेर खुदको कर रहे चैलेंज
अनुपम खेर का मानना है कि ढलती उम्र में एक्टर्स को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देकर साइड कर दिया जाता है. वो बताते हैं कि उन्हें लगता है कि असली काम तो वो अब कर रहे हैं. अनुपम खेर कहते हैं, ‘मैं अपने जीवन का बेस्ट काम अब कर रहा हूं. वो चाहे ‘सिग्नेचर’ हो यो ‘विजय 69’ हो, क्योंकि मैं अपना काम मुश्किल बना रहा हूं. इसलिए आप मुझे मत बताइए कि मुझे क्या करना है.

बिना स्क्रिप्ट सुने की थी फिल्म के लिए हां
एक्टर कहते हैं कि विजय 69 की कहानी की 2 लाइन सुनकर ही उन्होंने फिल्म साइन करने का फैसला कर लिया था. उनका मानना है कि अच्छी कहानी का पता लगाने के लिए फिल्म की 2 लाइन ही काफी होती हैं. उन्होंने बिना पूरी स्क्रिप्ट सुने ही फिल्म करने का फैसला सुना दिया था.

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