छतरपुर: गांव में रहकर भी आप एक छोटे से बिजनेस से हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं. अगर आप कम लागत में एक स्थायी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो तेल चक्की का व्यवसाय आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. छतरपुर जिले के गहबरा गांव के महेश्वरीदीन पाल, जो पिछले 10 सालों से तेल चक्की का बिजनेस कर रहे हैं, इसकी एक शानदार मिसाल हैं. इस छोटे से बिजनेस के जरिए महेश्वरीदीन अपने गांव में रहकर हर महीने अच्छी-खासी कमाई कर लेते हैं.
कैसे हुई शुरुआत
महेश्वरीदीन पाल ने करीब 10 साल पहले इस बिजनेस की शुरुआत की थी. पहले उन्होंने आटा चक्की लगाई, और धीरे-धीरे उन्हें तेल चक्की लगाने का विचार आया. इसके बाद उन्होंने तीन फेस की तेल चक्की 1 लाख 15 हजार रुपये में खरीदी. हालांकि, आज के समय में इन मशीनों की कीमतें बढ़ गई हैं, लेकिन यह बिजनेस अब भी बहुत फायदे का सौदा है.
तेल चक्की बिजनेस का खर्च और कमाई
तेल चक्की लगाने के शुरुआती खर्च के बाद, मुनाफा आना शुरू हो जाता है. मशीन के लिए एक बार खर्च करने के बाद, ग्राहक लगातार आते रहते हैं, जिससे रोजाना अच्छी कमाई होती है. महेश्वरीदीन बताते हैं कि गांव में बिजली की उपलब्धता की वजह से दिन और रात दोनों समय काम करना पड़ता है. लेकिन हर दिन 10 से 12 लोग तेल पिराने के लिए आते हैं, जिससे उनका बिजनेस लगातार चलता रहता है.
कई प्रकार के तेल निकालने की सुविधा
महेश्वरीदीन की तेल चक्की से कई प्रकार के तेल निकाले जाते हैं, जिसमें सरसों का तेल, अलसी का तेल, मूंगफली का तेल और नारियल का तेल प्रमुख हैं. यह विविधता इस बिजनेस की खासियत है, क्योंकि गांव में इन तेलों की हमेशा मांग रहती है. मशीन से तेल निकालने के लिए एक सहयोगी की भी जरूरत पड़ सकती है, लेकिन अगर कोई अकेले काम करना चाहता है, तो वह भी इस बिजनेस को चला सकता है.
गांव में रहकर अच्छी कमाई
महेश्वरीदीन बताते हैं कि गांव में रहकर भी तेल चक्की के बिजनेस से हर महीने अच्छी-खासी कमाई की जा सकती है. एक बार मशीन सेटअप हो जाने के बाद, तेल पिराने की सेवा गांववालों के लिए जरूरी होती है. इस बिजनेस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें निरंतर ग्राहकों का आना बना रहता है. इसके अलावा, तेल पिराई के लिए जो भी सामग्री गांव के लोग लाते हैं, उससे नियमित रूप से काम चलता रहता है.
तेल चक्की बिजनेस के लाभ
कम लागत, अधिक मुनाफा: शुरुआती खर्च के बाद तेल चक्की से लगातार मुनाफा होता है. ग्राहकों की लगातार उपस्थिति इसे एक लाभदायक बिजनेस बनाती है.
विविधता में मुनाफा: सरसों, अलसी, मूंगफली और नारियल जैसे विभिन्न प्रकार के तेल निकालने की क्षमता इस बिजनेस को और भी फायदेमंद बनाती है.
स्थायी बिजनेस मॉडल: यह बिजनेस गांव में स्थायी रूप से चलाया जा सकता है. गांव में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है, जिससे कमाई का स्रोत बंद नहीं होता.
ग्राहकों की नियमितता: तेल पिराई की सेवा गांव के लोगों के लिए जरूरी होती है. इसलिए इस बिजनेस में ग्राहकों की कमी नहीं होती.
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FIRST PUBLISHED : October 15, 2024, 18:06 IST