माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के बाद क्राउडस्ट्राइक का शेयर 11 फीसदी गिरा. एक झटके में ही कपंनी का बाजार पूंजीकरण 73 हजार करोड रुपये घट गया. उसकी कंपीटिटर पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के शेयर में शुक्रवार को उछाल आया.
नई दिल्ली. माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप होने से कल 15 घंटे तक दुनिया ‘ठप’ रही. यह सारा पंगा हुआ अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी कंपनी क्राउडस्ट्राइक (CrowdStrike) के एक खराब सॉफ्टवेयर अपडेट की वजह से. कंपनी की एक गलती से पूरी दुनिया में अफरा-तफरी मच गई. लाखों लोग परेशान हुए. माइक्रोसॉफ्ट आउटेज की आंच क्राउडस्ट्राइक तक भी पहुंची है. कंपनी का बाजार पूंजीकरण एक झटके में ही 73 हजार करोड़ रुपये कम हो गया. पिछले लंबे समय से कुलांचे भर रहे क्राउडस्ट्राइक के शेयर शुक्रवार को 11 फीसदी गिर गए.
क्राउडस्ट्राइक का बाजार पूंजीकरण माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से पहले 83 बिलियन डॉलर के पार पहुंच गया था. लेकिन अचानक माइक्रोसॉफ्ट सर्वर ठप होने और इस झमेले के लिए क्राउडस्ट्राइक के सॉफ्टवेयर अपडेट के जिम्मेदार होने की खबर आते ही कंपनी का शेयर धड़ाम हो गया. इस वजह से कंपनी का मार्केट कैप 8.8 अरब डॉलर कम हो गया. यानी एक झटके में ही कंपनी को करीब 73 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
दुनियाभर में हैं 30 हजार ग्राहक
क्राउडस्ट्राइक दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय साइबर सिक्योरिटी प्रदाता फर्म है. वैश्विक स्तर पर करीब 30,000 ग्राहकों को यह लंबे समय से सेवाएं दे रही हैं. कंपनी के लगातार ग्रोथ करने और उच्च मार्जिन के कारण निवेशक भी क्राउडस्ट्राइक पर लट्टू रहे हैं. सालभर में ही क्राउडस्ट्राइक के शेयरों की कीमत दोगुनी हो गई. बाजार जानकारों का मानना है कि अब इस घटना के कारण ग्राहकों और निवेशकों का कंपनी पर भरोसा घटेगा. शुक्रवार को जहां क्राउंडस्ट्राइक के शेयरों में 11 फीसदी की गिरावट आई, वहीं उसकी कंपीटिटर पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के शेयर में 1.7% का उछाल आया.
वहीं, कुछ बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना तकनीकी अपडेट के कारण हुई है न कि साइबर अटैक की वजह से. अगर साइबर अटैक की वजह से यह घटना होती तो निश्चित रूप से क्राउडस्ट्राइक की साख पर बट्टा लगाता और वह ज्यादा चिंताजनक बात होती. जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने कहा कि शुरुआत में ग्राहक परेशान होंगे, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 16:08 IST