क्‍या गल्‍फ देश कर रहे भारत में सबसे ज्‍यादा न‍िवेश? देखें, क्‍या कहते हैं FDI के आंकड़े

नई दिल्ली. दुन‍ियाभर के न‍िवेशकों के ल‍िए भारत हॉट स्‍पॉट है. खासतौर से जीसीसी देशों यानी गल्‍फ कॉरपोरेशन काउंस‍िल के तहत आने वाले 6 देशों के ल‍िए भारत, न‍िवेश की माकूल जगह बना हुआ है. आंकडों की मानें तो प‍िछले एक दशक के दौरान गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल (GCC) देशों ने भारत में निवेश बढाए हैं. माना जा रहा है क‍ि भारत की तेजी से बढ़ रही अर्थव्‍यवस्‍था और स्थिर राजनीतिक हालात की वजह से न‍िवेश में तेजी आई है.

डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPII) के डेटा के मुताबिक, अप्रैल 2000 से लेकर सितंबर 2024 के बीच जीसीसी देशों द्वारा भारत में 27.5 अरब डॉलर का निवेश किया गया है. इसमें 24.5 अरब डॉलर (89 फीसदी) का निवेश बीते एक दशक से अधिक समय यानी सितंबर 2013 से सितंबर 2024 के बीच आया है.

प‍िछले 10 साल में बढा न‍िवेश
वहीं, अप्रैल 2000 से लेकर सितंबर 2013 तक करीब 3 अरब डॉलर का निवेश जीसीसी द्वारा भारत में किया गया था. जीसीसी मध्य पूर्व के छह देशों का एक राजनीतिक और आर्थिक गठबंधन है. इसमें सऊदी अरब, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, बहरीन और ओमान शामिल हैं.

केंद्र सरकार की आर्थिक सुधारों के कारण भारत में एफडीआई बीते 10 वर्षों में तेजी से बढ़ा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान 600 अरब डॉलर से ज्यादा का एफडीआई आया है.

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साल 2014 से 2024 के बीच हुए सबसे ज्‍यादा न‍िवेश
डीपीआईआईटी और आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, देश में 1991 के निजीकरण के बाद से जून 2024 तक कुल 1,059 अरब डॉलर का एफडीआई आया है. इसमें से 689 अरब डॉलर यानी 65 प्रतिशत 2014 से जून 2024 के बीच आया है, जबकि 370 अरब डॉलर यानी 35 प्रतिशत 1991 से 2014 बीच आया था.

भारत में चालू वित्त वर्ष (2024-25) में भी एफडीआई मजबूत रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से सितंबर की अवधि में 29.79 अरब डॉलर का एफडीआई भारत में आया है, जो पिछले साल समान अवधि के आंकड़े 20.48 अरब डॉलर से 45 प्रतिशत अधिक है.

वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में सबसे अधिक 7.5 अरब डॉलर का निवेश सिंगापुर से, 5.3 अरब डॉलर का निवेश मॉरीशस से, 3.5 अरब डॉलर का निवेश नीदरलैंड से, यूएई से 3.4 अरब डॉलर, 2.5 अरब डॉलर का निवेश अमेरिका से, जापान से 1.1 अरब डॉलर और साइप्रस से 808 मिलियन डॉलर निवेश आया था.

इस दौरान सबसे ज्यादा 5.6 अरब डॉलर का एफडीआई निवेश सर्विस सेक्टर में आया है. कंप्यूटर और हार्डवेयर सेक्टर में 4.1 अरब डॉलर, गैर-पारंपरिक एनर्जी सेक्टर में 2.096 अरब डॉलर, कंस्ट्रक्शन गतिविधियों में 1.3 अरब डॉलर, ट्रेडिंग में 2.7 अरब डॉलर और टेलीकम्युनिकेशन में 670 मिलियन डॉलर का निवेश आया है.

Tags: Business news, PM Modi

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