नई दिल्ली. बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद वहां कई परेशानियां सामने आ रही हैं. हाल ही में भारत की जानी-मानी कंपनी अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी द्वारा नई बांग्लादेशी सरकार को लिखी एक चिट्ठी ने उनकी चिंताएं और बढ़ा दी हैं. अडानी पावर बांग्लादेश को बिजली सप्लाई करती है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, देश की कुल ऊर्जा जरूरत का 10 फीसदी हिस्सा अकेले अडानी पावर द्वारा ही मुहैया कराया जाता है. ईटी की एक खबर के अनुसार, बांग्लादेश पर अडानी पावर का 80 करोड़ डॉलर या 6718 करोड़ रुपये का बकाया है.
यही बकाया बांग्लादेश की सरकार का सिरदर्द बन गया है. क्योंकि यह बकाया रेग्युलर बिल से अतिरिक्त है. ईटी के मुताबिक, गौतम अडानी ने बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनूस को लिखा, “हम बांग्लादेश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को निभा रहे हैं लेकिन अब कर्जदाता हम पर दबाव बना लगे हैं. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड पर हमारा 80 करोड़ डॉलर (6718 करोड़ रुपये) का जो बकाया है उसे जल्द से जल्द निपटा दिया जाए.”
किस्तों में किया जा सकता है भुगतान
अडानी ने आगे लिखा, “हम चाहते हैं कि रूटीन बिल्स का नियमित भुगतान किया जाए ताकि हम अपने समझौते के तहत सप्लाई जारी रख सकें. साथ ही हम हर महीने किस्त के रूप में बकाए के भुगतान की भी उम्मीद कर रहे हैं.” खबरों के अनुसार, बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड पर यह बकाया 8-9 महीनों का है.
झारखण्ड से जाती है बिजली
अडानी पावर झारखण्ड स्थित अपने 1.6 गीगावॉट प्लांट से बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति करता है. यह एक कोयला आधारित पावर प्लांट है. आपूर्ति के लिए अडानी ने बांग्लादेश और भारत के बीच एक डेडिकेटेड ट्रांसमिशन कॉरिडोर भी बनाया है जो पिछले साल जून में शुरू हुआ था. गौतम अडानी का कहना है कि अडानी पावर ने 2 अरब डॉलर लगाकर झारखण्ड में नवीनतम तकनीक पर आधारित पावर प्लांट और उससे संबंधित ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया था.
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FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 17:25 IST