नई दिल्ली. महाराष्ट्र और झारखंड में कल 20 नवंबर को वोटिंग होगी. महाराष्ट्र में एक ही चरण में सभी सीटों पर मतदान होगा. वहीं, झारखंड में मतदान का यह दूसरा चरण है. 13 नवंबर को पहले फेज की वोटिंग हुई थी. अगर दोनों ही राज्यों की अर्थव्यवस्था की तुलना की जाए तो, दोनों के बीच कोई मुकाबला नहीं है. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर महाराष्ट्र झारखंड से कोसों आगे है. भरपूर प्राकृतिक संसाधन होने के बावजूद भी झारखंड अभी वो प्रगति नहीं कर पाया है, जैसे उसे करनी चाहिए थी.
महाराष्ट्र आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में राज्य की अर्थव्यवस्था 7.6 फीसदी की दर से बढ़ी. आर्थिक समीक्षा के अनुसार, 2023-24 के लिए मौजूदा मूल्य पर राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 40,44,251 करोड़ रुपये रहा. बजट 2024 में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए महाराष्ट्र का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 42,67,771 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. यह 2023-24 के संशोधित अनुमानों से 5.5% ज़्यादा है. देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में महाराष्ट्र का योगदान सबसे ज्यादा है. जीडीपी में राज्य की औसत हिस्सेदारी सबसे अधिक 13.9 फीसदी रही.
प्रति व्यक्ति आय में पांचवे स्थान पर
महाराष्ट्र आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार राज्य प्रति व्यक्ति आय में देश में छठे नंबर पर है. पिछले वित्त वर्ष में महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति आय 2,52,389 रुपये सालाना रही. इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 2,19,573 रुपये थी. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, देश में एफडीआई प्रवाह के मामले में महाराष्ट्र शीर्ष पर बना हुआ है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान देश के कुल निर्यात में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 16 फीसदी रही. महाराष्ट्र राष्ट्रीय औद्योगिक उत्पादन में 20 फीसदी का योगदान देता है. अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक महाराष्ट्र ने 67.21 बिलियन डॉलर मूल्य का निर्यात किया.
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में महाराष्ट्र देश में एक नंबर पर है. यानी देश में सबसे ज्यादा टैक्स भी महाराष्ट्र ही देता है. पिछले वित्त वर्ष में महाराष्ट्र से 7.62 लाख करोड़ रुपये (7,61,716.30 करोड़ रुपये) डायरेक्ट टैक्स आया. महाराष्ट्र का योगदान देश के कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 39% रहा.
झारखंड की कैसी है माली हालत
झारखंड के बजट 2024 के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए झारखंड का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 4,70,104 करोड़ रुपए होने का अनुमान है. यह 2023-24 की तुलना में 9.8% की वृद्धि दिखाता है. झारखंड का देश की जीडीपी में योगदान दो फीसदी से भी कम है. झारखंड में प्रति व्यक्ति आय में पिछले कुछ वर्षों में थोड़ा सुधार देखा गया है. हालांकि अभी भी यह अन्य राज्यों तथा प्रति व्यक्ति आय के राष्ट्रीय आंकड़े की तुलना में काफी पीछे हैं. राज्य में 2022-23 में स्थिर मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 60,033 रुपये दर्ज की गई है. देश के 28 राज्यों की सूची में अभी इस श्रेणी में झारखंड का 25वां स्थान है.
40 फीसदी खनिज संसाधन झारखंड के पास
झारखंड में देश के कुल खनिज संसाधनों का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा है. भारत में कुल इस्पात उत्पादन में झारखंड का योगदान लगभग 25 फीसदी है. झारखंड भारत का एकमात्र राज्य है जो कोकिंग कोल, यूरेनियम और पाइराइट का उत्पादन करता है. कुल लौह अयस्क (हेमेटाइट) भंडार के 26% के साथ, झारखंड राज्यों में दूसरे स्थान पर है. अक्टूबर 2019-मार्च 2024 के बीच झारखंड में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह 2.66 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा.
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FIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 14:16 IST