नई दिल्ली. देश की प्रमुख अंडरवियर कंपनियां जैसे पेज इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, अरविंद फैशन्स और रूपा एंड कंपनी ने हाल ही में अपनी कमाई रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की है कि अंडरवियर की सेल में तेजी आ रही है, खासकर पुरुषों के अंडरवियर की. आप सोच रहे होंगे कि अगल ये सेल बढ़ी है तो इसमें खबर जैसी क्या बात है? बात है, इसलिए तो हम इसे छाप रहे हैं. अंडरवियर की बढ़ती सेल एक गुड न्यूज़ है.
दरअसल, चारों तरफ से संकेत मिल रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी चल रही है और यह इसी तरह चलती भी रहेगी. महंगाई दर में कमी और मानसून की अच्छी बारिश तो पहले ही भारत की अच्छी आर्थिक वृद्धि पर मुहर लगा चुके हैं. अब अंडरवियर की सेल के रोचक इंडिकेटर ने भी यही इशारा किया है. जी हां, आपने सही पढ़ा! अंडरवियर की सेल में इजाफा अच्छी इकॉनमी की तरफ संकेत है. थोड़ा अजीब लग सकता मगर यह पूरी तरह सच है.
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तंगी में पहली कटौतियों की लिस्ट में अंडरवियर
सवाल उठता है कि अंडरवियर की बिक्री का अर्थव्यवस्था से क्या लेना-देना? दरअसल, इस बात को अमेरिका के पूर्व फेडरल रिजर्व अध्यक्ष एलन ग्रीनस्पैन (Alan Greenspan) ने सबसे पहले नोटिस किया था. उन्होंने इसे ‘मेन्स अंडरवियर इंडेक्स’ नाम दिया था. उनका मानना था कि जब अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जाती है तो लोग अपनी जरूरतों पर कटौती करते हैं, और ये कटौती सबसे पहले अंडरवियर जैसी चीजों पर होती है. लेकिन जब अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगती है तो लोग इन चीजों की खरीददारी फिर से शुरू करते हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पेज इंडस्ट्रीज के मुताबिक, उनकी दुकानों पर आने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ी है और उन्होंने अपने स्टॉक की बेहतर व्यवस्था की है, जिससे बिक्री में बढ़ोतरी हुई है. कंपनी का कहना है कि ग्राहकों का विश्वास वापस लौट रहा है और वे कपड़ों और एक्सेसरीज पर खर्च बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा, ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बढ़ने से भी अंडरवियर कंपनियों को फायदा पहुंच रहा है.
कोविड में आई थी मंदी
पिछली कुछ तिमाहियों में कोविड महामारी की वजह से कपड़ों की बिक्री में मंदी आई थी और कंपनियों के पास ज्यादा स्टॉक पड़ा था. लेकिन अब स्थिति बदल रही है. हालांकि, अभी भी पूरी तरह से पहले जैसी स्थिति नहीं आई है. फिर भी अरविंद फैशन्स, रूपा एंड कंपनी और लक्स इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों ने अपनी बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की है.
इसके अलावा जुलाई में महंगाई दर घटकर 3.54% हो गई और मानसून भी अच्छा रहा है, जिससे अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिली है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.2% रहने का अनुमान लगाया है.
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FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 13:02 IST