Airport News: अगर आप सेवाएं नहीं दे सकते तो ऑपरेशन बंद कर दीजिए. रतन टाटा को छोडि़ए, इस एयरलाइंस को भगवान भी टेकओवर कर ले, वह भी एयरलाइन स्टाफ का व्यवहार नहीं बदल पाएंगे. यह एयरलाइंस नेशनल कैरियर बनने के लायक बिल्कुल भी नहीं हैं…. यह बातें उस बेटी की हैं, जिसकी बीमार बुजुर्ग मां मदद के लिए एयरलाइन स्टाफ के लिए गिड़गिड़ाती रही, लेकिन इस बीच न ही उनकी किसी ने मदद की और न ही उनकी उम्र देखकर किसी को तरस आया.
और यह सब तब है जब यह बीमार बुजुर्ग महिला अपने हक में आने वाली मदद की मांग एयरलाइन स्टाफ से कर रहीं थीं. इन बुजुर्ग महिला की बेटी शिबादित्य मैती के अनुसार, उनकी बुजुर्ग मां कैंसर की बीमारी से पीडि़त हैं. बीते दिनों उनकी मां को एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-187 से टोरंटो के लिए रवाना होना था. यह फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट से सुबह 3.45 बजे चलकर अगले दिन सुबह करीब नौ बजे टोरंटो एयरपोर्ट पहुंचती है.
शिबादित्य के अनुसार, उन्होंने अपनी मां की उम्र और बीमारी को देखते हुए एयर टिकट बुकिंग के साथ-साथ स्पेशल असिस्टेंस और ह्विलचियर की भी बुकिंग थी. टोरंटो एयरपोर्ट पहुंचने के बाद एयर इंडिया के स्टाफ ने ही उन्हें स्पेशल असिस्टेंस उपलध्ब कराई और न ही ह्विलचियर दी. उन्होंने अपनी बीमारी और उम्र का हवाला देते हुए कई बार एयरलाइन स्टाफ से मदद मांगी, लेकिन उन्होंने यह कहते ही मदद करने से इंकार कर दिया कि वह अपनी मदद खुद ही कर लें.
लंबे इंतजार के बावजूद जब उन्हें किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली तो वह खुद ही किसी तरह चलते हुए बैगेज बेल्ट तक पहुंची. वहां से अपना भारी भरकम सामान लेकर किसी तरह गेट से बाहर आईं. वहीं जब उन्होंने पूरी घटना के बाबत शिबादित्य से बताया तो उन्होंने अपनी यह शिकायत एयरलाइंन को दर्ज करानी चाही. आरोप है कि शिकायत दर्ज कराने के दौरान एयरलाइन स्टाफ का बिहेवियर बहुत ही बुरा था. जब शिबादित्य को कहीं से कोई उम्मीद नहीं दिखी तो उन्होंने सीधे रतन टाटा को अपनी शिकायत भेज दी है.
FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 12:02 IST