Airport Security Lapse: एविएशन सिक्योरिटी के लिए अमेरिका के ट्रांसपोर्ट सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (TSA) को दुनिया की सबसे बेहतरीन एजेंसी माना जाता है. दुनिया को एविएशन सिक्योरिटी का पाठ पढ़ाने वाली इस एजेंसी को एक महिला ने तगड़ा झटका दिया है. इस झटके की वजह से टीएसए की बीते कुछ दिनों से ‘घिग्घी’ बंधी हुई है. टीएसए अब तक यह समझने में नाकामयाब रही है कि यह महिला किस तरह सुरक्षा के तमाम चैनल्स को चकमा देने में कामयाब हो गई.
हैरानी वाली बात यह है कि एयरपोर्ट सिक्योरिटी में हुई इस चूक का पता तब चला, जब डेल्टा एयरलाइंस की फ्टाइट DL-264 अपना सात घंटे का सफर पूरा कर पेरिस के चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट पर लैंड हुई. इस फ्लाइट ने न्यूयार्क के जॉन एफ. कैनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पेरिस के लिए उड़ान भरी थी. फ्लाइट के लैंड होने के बाद लंबा समय बीत गया, लेकिन पैसेंजर्स को डिबोर्ड होने की इजाजत नहीं दी गई. इसी बीच, कैप्टन ने पैसेंजर्स को बताया कि हम पुलिस के आने का इंतजार कर रहे हैं. वह किसी भी वक्त यहां आ सकते हैं.
प्लेन के टॉयलेट में छिपकर पहुंची थी पेरिस
कैप्टन ने पैसेंजर्स ने बताया कि हमसे कहा गया है कि जब तक वह विमान में मौजूद अतिरिक्त पैसेंजर को बाहर नहीं निकाल लेते, तब तक सभी पैसेंजर्स को विमान में ही रहने दिया जाए. कुछ मिनटों के बाद पेरिस पुलिस एयरक्राफ्ट में दाखिल हुई और एक महिला को हिरासत में लेकर चली गई. बाद में, पता चला कि इस महिला ने डेल्टा एयरलाइंस के एयरक्राफ्ट 767-400ER के टॉयलेट में छिपकर न्यूयार्क से पेरिस तक का सात घंटे लंबा सफर पूरा किया था. इस महिला के पास न ही इस यात्रा का टिकट था और ना ही बोर्डिंग-पास था.
फ्लाइट अटेंडेंट की सूझबूझ से फूटा यह भांडा
फ्लाइट के दौरान, एक फ्लाइट अटेंडेंट को इस महिला पर शक हो गया. दरअसल यह महिला लगातार प्लेन के अलग-अलग टॉयलेट का इस्तेमाल कर रही थी. वह प्लेन के एक टॉयलेट से निकलती और दूसरे टॉयलेट में दाखिल हो जाती. शक होने पर फ्लाइट अटेंडेंट ने महिला का नाम और सीट नंबर पूछा. यह सवाल सुन महिला सकपका गई और उसने एक सीट नंबर बता दिया. वहीं, एयर होस्टेज ने जब फ्लाइट मेनिफेस्ट चेक किया तो पाया कि उस सीट पर महिला द्वारा बनाते नाम नहीं, बल्कि किसी अन्य पैसेंजर का नाम दर्ज है.
घटना की जानकारी मिलते ही बंध गई घिघ्घी
संदेह होने पर फ्लाइट अटेंडेंट ने तत्काल इस बात की जानकारी पायलट को दी. वहीं, पायलट ने यह जानकारी पेरिस एयरपोर्ट एटीसी के जरिए एयरपोर्ट सिक्योरिटी तक पहुंचाई. प्लेन लैंड होने के बाद पुलिस ने इस महिला को एयरक्राफ्ट से हिरासत में ले लिया. वहीं, इस मामले की जानकारी जैसे ही न्यूयार्क एयरपोर्ट पहुंची, तो टीएसए के अधिकारियों की घिघ्घी बंध गई. उन्हें समझ नहीं आया कि यह महिला इतनी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर बिना बोर्डिंग पास एयरक्राफ्ट के भीतर कैसे दाखिल हो गई. टीएसए ने इस चुक को लेकर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
टीएसए की जांच में सामने आईं चौंकान वाली बातें
टीएसएस ने यह बात मानी है कि यह महिला बिना बोर्डिंग पास प्लेन में दाखिल हुई है. न्यूयार्क एयरपोर्ट पर जब इस महिला की फिजिकल स्क्रीनिंग की, तब उसके पास बोर्डिंग पास नहीं था. यह महिला दो आडेंटिटी वैरिफिकेशन को पार कर बोर्डिंग स्टेटस स्टेशन पर पहुंची और वहां से डेल्टा एयरलाइंस की फ्लाइट DL-264 में बोर्ड हो गई. हालांकि, टीएसए के लिए इस सवाल का जवाब देना मुश्किल हो रहा है कि यह महिला इनती पुख्ता और ऑटोमेटेड बायोमैट्रिक सिस्टम को सेंध लगाने में कामयाब कैसे हो गई.
पहले भी फ्रांस में घुसने की कोशिश कर चुकी है महिला
फ्रांस सिक्योरिटी अथॉरिटीज की जांच में पता चला कि गैरकानूनी तरीके से प्लेन में दाखिल होने वाली यह महिला मूल रूप से रूस की नागरिक है. जांच में यह भी बात सामने आई कि कुछ साल पहले यह महिला फ्रांस में शरण लेने की कोशिश कर चुकी है. फिलहाल, पेरिस से इस महिला को न्यूयार्क के लिए डिपोर्ट कर दिया है. अब इस मामले की अलग-अलग जांच टीएसए और फ्रांस की सिक्योरिटी एजेंसीज कर रही हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 15:09 IST