12 लेन का होगा नया एक्‍सप्रेसवे! हाथी-भालू से भरे जंगल में सुरंग से तय होगा रास्‍ता

हाइलाइट्स

210 किलोमीटर का यह एक्‍सप्रेसवे 3 फेज में बनाया जा रहा है.इसका पहला फेज 32 किलोमीटर का होगा, जो जुलाई में शुरू होगा. यह एक्‍सप्रेसवे राजाजी नेशनल पार्क के बीच से गुजारा जा रहा है.

नई दिल्‍ली. राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एक ऐसा एक्‍सप्रेसवे तैयार कर रहा है, जो सफर करने वालों को रोमांच से भर देगा. इस एक्‍सप्रेसवे का फायदा यूपी, दिल्‍ली और उत्‍तराखंड जैसे राज्‍यों को होगा. महज 210 किलोमीटर का यह एक्‍सप्रेसवे मैदान को पहाड़ और हिल स्‍टेशन से जोड़ने का काम करेगा. इसे पूरा करने का काम तेजी से चल रहा है और सबकुछ सही रहा तो अगले साल मई तक तैयार हो जाएगा. खास बात ये है कि एक्‍सप्रेसवे का 20 किलोमीटर हिस्‍सा घने जंगलों के बीच से गुजरेगा.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं दिल्‍ली-देहरादून एक्‍सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) की. यह एक्‍सप्रेसवे 3 फेज में बनाया जा रहा है. फिलहाल से 6 लेन का बनाया जा रहा, लेकिन आगे इसे बढ़ाकर 12 लेन का किया जाएगा. एनएचएआई का कहना है कि मई, 2025 तक इसे शुरू कर दिया जाएगा. यह एक्‍सप्रेसवे समय, पैसा और जाम तीनों से सुरक्षित करेगा. एक्‍सप्रेसवे को सहारनपुर के पास 2 और हाईवे के साथ लिंक किया जाएगा.

ये भी पढ़ें – जानलेवा है पैसा! जुए में करोड़ों रुपये जीतने के बाद मरते-मरते बचा युवक, बर्दाश्‍त नहीं कर सका खुशी

आधा हो जाएगा ट्रैवल टाइम
अभी दिल्‍ली से देहरादून तक जाने में 5 से 6 घंटे का समय लगता है. ऊपर से जाम और तेल का खर्चा भी ज्‍यादा होता है. इसके लिए 250 किलोमीटर से ज्‍यादा दूरी तय करनी पड़ती है. नया एक्‍सप्रेसवे बन जाने के बाद यह दूसरी 210 किलोमीटर हो जाएगी और ट्रेवल टाइम आधे से कम होकर महज 2.5 घंटे रह जाएगा. इतना ही नहीं आपका ईंधन और पैसा भी बचेगा.

कितनी लागत आएगी
इस एक्‍सप्रेसवे को तैयार करने में करीब 13 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी. इसका पहला फेज जो दिल्‍ली के अक्षरधाम को बागपत के पास ईस्‍टर्न पेरीफेरल एक्‍सप्रेसवे से जोड़ता है, जुलाई में शुरू होने की संभावना है. पहला फेज करीब 31 किलोमीटर का है और इसे बनाने में करीब 3,250 करोड़ की लागत आएगी. पहले फेज की 6.4 किलोमीटर सड़क एलिवेटेड बनाई गई है, जो दिल्‍ली की गीता कॉलोनी से खजूरी खास तक जाएगी.

जंगल में बनी है लंबी सुरंग
इस एक्‍सप्रेसवे को बनाने की सबसे बड़ी चुनौती राजाजी नेशनल पार्क था. यह घना जंगल खूंखार जानवरों से भरा है और एक्‍सप्रेसवे को इसके बीच से ही गुजारा जा रहा है. करीब 20 किलोमीटर के इस सेक्‍शन को तैयार भी कर लिया गया है. यह पूरा सेक्‍शन या तो जमीन के अंदर से गुजरेगा या फिर ऊपर से. एनएचएआई ने इसके लिए जंगल के बीच 2 किलोमीटर की टनल भी बना ली है. हाथी सहित अन्‍य जंगली जानवरों को गुजरने के लिए वाइल्‍ड लाइफ कॉरिडोर बनाया गया है.

Tags: Business news, Delhi Meerut Expressway, Expressway New Proposal

Source link