नई दिल्‍ली से 160 KM दूर बन रहा यह हवाई अड्डा बनेगा इंटीग्रेटेड एविएशन हब

हाइलाइट्स

हिसार एयरपोर्ट से यात्री विमानों के साथ ही कार्गो विमान भी उड़ान भरेंगे.तीन चरणों में बनाए जाने वाले इस हवाई अड्डे के निर्माण के दो चरण लगभग पूरे हो चुके हैं.अमेरिकी व्यापार एवं विकास एजेंसी एकीकृत विमानन हब बनाने में करेगी मदद.

नई दिल्‍ली. हरियाणा के हिसार में बन रहे हवाई अड्डे (Hisar Airport) को एकीकृत एविशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा. इस काम में अमेरिकी व्यापार एवं विकास एजेंसी (USTDA) भी मदद करेगी. एजेंसी ने एयरपोर्ट को विमानन हब बनाने के लिए तकनीकी सहायता के वास्ते अनुदान निधि को मंजूरी दी है. अमेरिका के न्‍यूयार्क में हुई तीन दिवसीय अमेरिका-भारत विमानन शिखर सम्मेलन में यूएसटीडीए की निदेशक एनोह टी एबोंग ने यह घोषणा की.

हिसार एयरपोर्ट से यात्री विमानों के साथ ही कार्गो विमान भी उड़ान भरेंगे. तीन चरणों में बनाए जाने वाले इस हवाई अड्डे के निर्माण के दो चरण लगभग पूरे हो चुके हैं. एयरपोर्ट पर रनवे, कैट आई, एटीसी, लिंक टैक्सी, फ्यूल रूम और बेसिक बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड बनकर तैयार हो चुके हैं. हिसार एयरपोर्ट से अगस्‍त से विमानों के उड़ान भरने की संभावना है. हरियाणा सरकार विधानसभा चुनाव से पहले इस हवाई अड्डे को ऑपरेशनल करना चाहती है. हरियाणा में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं.

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आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क होगा मजबूत
एकीकृत विमानन हब बनाने का मकसद भारत की आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को मजबूत करने के लिए हवाई अड्डे के माल तथा रसद बुनियादी ढांचे को विकसित करना है. एनोह टी एबोंग, ‘‘ मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि यूएसटीडीए ने हरियाणा राज्य के हिसार हवाई अड्डे पर एक एकीकृत विमानन केंद्र बनाने में मदद के लिए तकनीकी सहायता हेतु अनुदान निधि को मंजूरी दे दी है.’’

अनुदान राशि का खुलासा नहीं
एबोंग ने हालांकि यूएसटीडीए से मिलने वाली अनुदान राशि का खुलासा नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे कदम हवाई अड्डे के माल तथा लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे को विकसित करने में मदद करेंगे, जो भारत की आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को मजबूत करेगा.’’एबोंग ने कहा कि भारत में 10 विमानन परियोजनाएं हैं जिनमें अमेरिकी कंपनियां योगदान कर सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ हम और भी काम करना चाहते हैं. यह शिखर सम्मेलन हमारी पारस्परिक रूप से लाभकारी विमानन साझेदारी के अगले अध्याय की दिशा तय करने का एक अवसर है.’’

बनेगी न्यू टर्मिनल बिल्डिंग
हिसार एयरपोर्ट पर 37,970 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली नई टर्मिनल बिल्डिंग बनेगी. इसे एक साथ 1,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ बनाया जाएगा. इसमें 3 एयरोब्रिज और 4 बैगेज क्लेम बेल्ट लगे होंगे. दिसंबर 2023 में 503.71 करोड़ रुपए के अनुमानित खर्च वाली इस बिल्डिंग को बनाने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गईं थीं. अगस्त तक इस बिल्डिंग का काम शुरू हो सकता है.

भाषा इनपुट के साथ

Tags: Haryana news, Infrastructure Projects, International Airport

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