Success Mantra: कहते है कि किताबों से दोस्ती हमेशा ज़िंदगी में काम आती है. ऐसे में पढ़ने का शौक रखने वाली कुल्लू की मन्नत भारद्वाज ने CLAT 2025 (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) में हिमाचल प्रदेश में 5वां और देश भर में 1664वां रैंक हासिल किया है. अपनी कड़ी मेहनत और पढ़ने की लगन से मन्नत के लिए इस परीक्षा में बेहतरीन करना आसान हुआ है. मन्नत ने बताया कि उन्होंने अप्रैल से इस परीक्षा के लिए तैयारियां शुरु की थी. ऐसे में हर दिन वह इस टेस्ट के लिए पढ़ाई करती थी. जिससे इस परीक्षा में उनके लिए एक अच्छा परिणाम सामने आया है. उन्होंने बताया कि 8 महीनों के निरंतर अभ्यास से ही वह इस परीक्षा में हिमाचल में 5वा स्थान हासिल कर पाई है.
मन्नत भारद्वाज ने बताया कि उनके परिवार में कोई भी वकालत के इस प्रोफेशन में नहीं है. ऐसे में उन्होंने खुद से ही इस परीक्षा के बारे में ढूंढा और पता किया. शुरुआती समय में उन्हें इस परीक्षा को समझने में समय लगा. उन्होंने एग्जाम में पूछे जाने वाले सवालों को मॉक टेस्ट के जरिए पक्का किया. ऐसे में निरंतर अभ्यास से ही उनके लिए परीक्षा में अच्छा करना संभव हो पाया है.
पढ़ाई पर ध्यान लगाने के लिए नहीं छोड़ी हॉबी
मन्नत भारद्वाज की माता इंदु भारद्वाज बताती है कि उनकी बेटी को बचपन से ही नृत्य कला में भी शौक है. ऐसे में CLAT की तैयारी के दौरान भी जब कई बार घंटों की पढ़ाई से मन्नत परेशान हो जाती थी, या फिर पढ़ाई का स्ट्रेस होने लगता था. ऐसे में मन्नत गाने सुन कर , डांस करके खुद को फिर से पढ़ने के लिए फोकस कर लिया करती थी. ऐसे में उन्होंने ऐसी कंपीटीटिव परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को भी यह संदेश दिया है कि पढ़ाई के साथ अपनी हॉबीज को भी जीवित रखे. ऐसा करने से बच्चे लंबे समय तक पढ़ने बैठ सकते है और न ही पढ़ाई के बोझ से उन्हें स्ट्रेस उत्पन्न होगा.
इस तरह आसान हो पाई एग्जाम की तैयारी
मन्नत भारद्वाज की माता इंदु भारद्वाज ने बताया कि बेटी को साहित्य की किताबें पढ़ने का शौक है. स्कूल के दिनों से ही मन्नत अपने पॉकेट मनी के पैसों से भी अंग्रेजी साहित्य की अलग अलग किताबें खरीदा करती थी. ऐसे में पढ़ने के इस शौक ने ही उनकी क्लैट परीक्षा के लिए किताबें पढ़ने और उन्हें समझने में मदद की. ऐसे में इस शौक के चलते मन्नत के लिए घंटों बैठ कर पढ़ाई करना आसान हुआ.
मॉक टेस्ट प्रैक्टिस से बच्चे कर सकते है परीक्षा पास
मन्नत बताती है कि यह परीक्षा ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करने से ही पास की जा सकती है. उन्होंने बताया कि जो बच्चे अगले साल इस परीक्षा के लिए तैयारी करना चाहते है. ऐसे में उन बच्चों को सब्जेक्ट को पढ़ने और समझ कर निरंतर प्रैक्टिस करने पर ही सफलता मिल सकती है.
Tags: Kullu News, Local18, Success Story
FIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 11:16 IST