नई दिल्ली. पिछले 24 घंटों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लगभग 80 बम की धमकियां मिलीं, जो बाद में झूठी साबित हुईं. लेकिन, इसने हजारों यात्रियों और सुरक्षा एजेंसियों को चिंतित कर दिया. सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को अकेले 50 उड़ानों को बम की धमकी मिली, जिनमें इंडिगो और एयर इंडिया की 13-13 उड़ानें शामिल थीं. आकासा एयर की 12 से अधिक उड़ानों और विस्तारा की 11 उड़ानों को भी धमकियां मिलीं.
इसके अलावा, सोमवार रात इंडिगो, एयर इंडिया और विस्तारा की लगभग 30 उड़ानों को बम धमकी मिली थी. पिछले 9 दिनों में भारतीय एयरलाइंस द्वारा संचालित 170 से अधिक उड़ानों को बम धमकी मिल चुकी है, जिनमें से अधिकांश सोशल मीडिया के माध्यम से आईं, और इस कारण कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का मार्ग भी बदलना पड़ा.
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600 करोड़ का नुकसान
विमानन क्षेत्र के एक अधिकारी के अनुसार, घरेलू उड़ान में रुकावट से लगभग 1.5 करोड़ रुपये का नुकसान होता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ान के लिए यह आंकड़ा 5-5.5 करोड़ रुपये तक जा सकता है. औसतन, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में होने वाले रुकावट से 3.5 करोड़ रुपये प्रति उड़ान का नुकसान होता है, और 170 से अधिक उड़ानों को देखते हुए कुल नुकसान लगभग 600 करोड़ रुपये के आसपास है. अधिकारी ने बताया कि यह अनुमान व्यापक है क्योंकि इसमें कई अन्य कारक शामिल हैं. मसलन, नैरो-बॉडी और वाइड-बॉडी विमान और उड़ान की अवधि.
एयरलाइंस का बयान
इंडिगो के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को उसकी 13 उड़ानों को सुरक्षा संबंधी अलर्ट मिले. ये उड़ानें थीं 6E 196 (बेंगलुरु से लखनऊ), 6E 433 (आइजोल से कोलकाता), 6E 455 (कोलकाता से बेंगलुरु), 6E 17 (मुंबई से इस्तांबुल), 6E 394 (कोलकाता से जयपुर), 6E 318 (कोलकाता से अहमदाबाद), 6E 297 (हैदराबाद से जोधपुर), 6E 399 (लखनऊ से गोवा), 6E 381 (गोवा से अहमदाबाद), 6E 403 (पुणे से देहरादून), 6E 419 (सूरत से गोवा), 6E 323 (बागडोगरा से चेन्नई) और 6E 214 (मुंबई से श्रीनगर). प्रवक्ता ने कहा कि सभी यात्रियों को गंतव्य हवाई अड्डों पर सुरक्षित रूप से उतार दिया गया.
वहीं, आकासा एयर और विस्तारा ने भी इन घटनाओं की पुष्टि की. आकासा ने बताया कि उनकी कुछ उड़ानों को भी मंगलवार को सुरक्षा अलर्ट मिले. एयरलाइंस ने कहा कि वे सुरक्षा नियमों का पालन कर रही हैं और संबंधित अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही हैं.
क्या कर रही सरकार
सरकारी सूत्रों ने बताया कि बम धमकी आकलन समिति (BTAC) के प्रोटोकॉल में बदलाव किए गए हैं, ताकि “रैंडम” इंटरनेट-आधारित धमकियों का बेहतर तरीके से सामना किया जा सके. सरकार इस तरह की धमकियों से निपटने के लिए कानून में संशोधन की योजना बना रही है, जिसमें दोषियों को नो-फ्लाई सूची में शामिल करने का प्रावधान हो सकता है. इसके अलावा, नागरिक उड्डयन अधिनियम (SUASCA), 1982 में संशोधन का प्रस्ताव है, ताकि विमान पर किसी भी अवैध कृत्य के मामले में बिना कोर्ट के आदेश के भी जांच शुरू की जा सके. इसके तहत विमान को बम की धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान सुनिश्चित किया जाएगा.
FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 22:21 IST