90 साल के बुजुर्ग को आया ‘पुलिस’ का कॉल, बोले- तुम्हारे नाम पर चीन जा रहा ड्रग्स, फिर जो हुआ…

नई दिल्ली. गुजरात के सूरत में एक 90 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पूरी जीवन की बचत ठगों के हाथों खो दी. डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए बुजुर्ग से 1.15 करोड़ रुपये ठग लिए गए. ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया और फिर इस अपराध को अंजाम दिया. ठगों ने उन्हें बताया कि उनके नाम पर मुंबई से चीन भेजे एक पार्सल में ड्रग्स मिले हैं. खबर के अनुसार, उन्हें करीब 15 दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया था.

सूरत क्राइम ब्रांच के अनुसार, इस धोखाधड़ी के लिए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो चीन के एक गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे थे. मुख्य आरोपी, पार्थ गोपानी, अभी भी फरार है और माना जा रहा है कि वह कंबोडिया में है. उप पुलिस आयुक्त (DCP) भास्कर रोजिया ने बताया कि यह वरिष्ठ नागरिक शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते थे. उन्हें एक व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें ठग ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया. ठगों ने कहा कि उनके नाम से मुंबई से चीन भेजे गए एक पार्सल में 400 ग्राम MD ड्रग्स मिले हैं.

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ठगों की धमकी
आरोपियों ने यह भी कहा कि उनकी बैंक डिटेल्स से पता चला है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं जिसकी वजह से वह और उनका परिवार जेल जाएगा. ठगों ने बताया कि पूछताछ के बहाने, इस बुजुर्ग व्यक्ति को 15 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा और उनके बैंक खाते से किए गए लेनदेन के बारे में पूछा. इसके बाद, आरोपियों ने उनके खाते से 1.15 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए.

शिकायत और गिरफ्तारी
इस घटना के बारे में जब परिवार को पता चला, तो उन्होंने सूरत साइबर सेल में 29 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने कहा कि पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन मुख्य आरोपी गोपानी की तलाश जारी है. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों से 46 डेबिट कार्ड, 23 चेक बुक, एक वाहन, चार विभिन्न कंपनियों के रबर स्टाम्प, नौ मोबाइल फोन और 28 सिम कार्ड बरामद किए हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में रमेश सुराना, उमेश जिनजाला, नरेश सुराना, राजेश देओरा और गौरंग रुखोलिया शामिल हैं.

विशेषज्ञ की राय
साइबर कानून विशेषज्ञ और वकील पवन दुग्गल ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट एक ऐसा तरीका है जिसमें किसी व्यक्ति को डराने-धमकाने के बाद पैसे वसूले जाते हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि भारतीय कानून प्रवर्तन में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है, फिर भी कई लोग ऐसे धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं.

Tags: Business news, Cyber Crime

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