हर दिन ₹17 लाख का फ्रॉड, इस शहर को कंगाल करने पर उतारू साइबर ठग

हाइलाइट्स

सबसे ज्‍यादा इनवेस्‍टमेंट फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं लोग. मोटे रिटर्न का लालच देकर ठग लगवाते हैं पैसा. फोन या कंप्‍यूटर हैक कर ठगी के मामले बहुत कम.

नई दिल्‍ली. देश में साइबर क्राइम के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आए दिन साइबर ठगी बहुत सी घटनाएं सामने आती रहती हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी इससे अछूती नहीं है. दरअसल, भोपाल देश के उन शहरों में शामिल हो गया है, जहां साइबर फ्रॉड की सबसे ज्‍यादा घटनाएं होती हैं. भोपाल में साइबर अपराधियों का कहर लगातार बढ़ रहा है और आंकड़े बताते हैं कि यह खतरा दिनों-दिन गहराता जा रहा है. भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. 1 जनवरी से 26 अगस्त के बीच मात्र आठ महीनों में भोपाल के निवासियों से साइबर अपराधियों ने लगभग 41 करोड़ रुपये उड़ा लिए. इसका मतलब है कि औसतन हर दिन 17 लाख रुपये से अधिक राशि शहरवासियों से ठग ली गई. यह आंकड़ा इस बात की गवाही देता है कि साइबर अपराधियों ने भोपाल को अपनी ठगी का नया अड्डा बना लिया है.

साल 2024 के शुरुआती आठ महीनों में भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच को 4,104 शिकायतें प्राप्त हुईं. इसका मतलब है कि प्रतिदिन लगभग 17 शिकायतें आ रही हैं. इनमें से सबसे अधिक, करीब 170 मामले, इन्वेस्टमेंट स्कीम से जुड़े साइबर फ्रॉड के थे. इन्वेस्टमेंट फ्रॉड इस साल भोपाल में दर्ज किए गए सबसे अधिक फ्रॉड की श्रेणी में आते हैं. दूसरी सबसे बड़ी श्रेणी सोशल मीडिया से संबंधित साइबर अपराधों की रही.

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17 लाख रुपये की रोजाना चपत
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल में साइबर फ्रॉड से प्रतिदिन औसतन 17 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है. साइबर क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन आंकड़ों से साफ है कि भोपाल में साइबर क्राइम का खतरा बढ़ता जा रहा है और लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है.

लालच और अज्ञानता डूबो रही पैसे
एडिशनल डीसीपी (क्राइम ब्रांच) शैलेंद्र सिंह चौहान के हवाले से बताया गया है कि एक अध्ययन के अनुसार, 92% मामलों में लोग लालच के कारण साइबर क्राइम का शिकार होते हैं. वहीं, 6% मामलों में लोग जरूरत के चलते फंसते हैं, और केवल 2% मामले ऐसे होते हैं, जहां कंप्यूटर या मोबाइल फोन के हैक होने से साइबर अपराध होता है. चौहान ने कहा कि साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बचने के लिए जागरूकता जरूरी है.

सजग रहने की जरूरत
भोपाल में साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएं चिंताजनक हैं. लोगों को सतर्क रहना होगा और अपने वित्तीय लेन-देन से जुड़ी जानकारी को सुरक्षित रखना होगा. जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है जो साइबर अपराधियों से बचा सकता है.

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