फेस्टिव सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों की बल्ले-बल्ले, 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की हुई बिक्री

नई दिल्ली. देश में फेस्टिव सीजन शुरू हो चुका है. हालिया सालों में ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते ट्रेंड ने ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए फेस्टिव सीजन को खास बना दिया है. वहीं, इस साल फेस्टिव सीजन के पहले हफ्ते में ई-कॉमर्स कंपनियों ने 54,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिक्री दर्ज की, जो अगले महीने के दौरान अनुमानित कुल बिक्री का लगभग 55 फीसदी है. डेटाम इंटेलिजेंस के डेटा के मुताबिक, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने 2023 की इसी अवधि की तुलना में पहले हफ्ते में 26 फीसदी की ग्रोथ देखी है. इस अवधि के दौरान मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, होम और जनरल मर्चेंडाइज की बिक्री में 75 फीसदी की हिस्सेदारी रही, जबकि टियर 2 और 3 शहरों में स्मार्टफोन और टीवी की बिक्री में 70 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी रही.

फेस्टिव सेल का पहला हफ्ते इसका सबसे जरूरी हिस्सा है. इस समय का ग्राहकों को बेसब्री से इंतजार होता है. वे शुरुआती हफ्ते तक अपनी पिछले कई महीनों की खरीदारी को टाले रहते हैं ताकि फेस्टिव सेल में उन्हें डिस्काउंट और ऑफर्स का फायदा मिल सके.

26 सितंबर से शुरू हुई फेस्टिव मंथ की शुरुआत 
फेस्टिव महीने की शुरुआत 26 सितंबर से शुरू हुई. ठीक इसी समय ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म अमेजन पर ग्रेट इंडियन फेस्टिव और फ्लिपकार्ट पर बिग बिलियन डे सेल लाइव हुई. फेस्टिव महीना 3 नवंबर तक चलेगा और बिक्री 1 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद की जा रही है.

रिपोर्ट के मुताबिक, फैशन, ग्रोसरी, ब्यूटी और पर्सनल केयर से जुड़े सामान की बिक्री में 2-4 गुना की ग्रोथ देखी गई है. स्मार्ट टेलीविजन, एयर फ्रायर, लगेज, सुरक्षा कैमरे, गद्दे, वाटर प्यूरीफायर, लैपटॉप, एयर कंडीशनर, वॉटर हीटर, वॉशिंग मशीन, घी और सूखे मेवे अन्य कैटेगरी हैं, जिनमें ग्राहकों की ओर से काफी दिलचस्पी देखी गई.

ऑफर और ईएमआई ऑप्शन ने लोगों को खींचा
फेस्टिव शॉपिंग के मुख्य कारण ऑफर और ईएमआई ऑप्शन थे, जिसमें टीवी, वाशिंग मशीन, लैपटॉप और रेफ्रिजरेटर के 50 फीसदी से ज्यादा खरीदारों ने ईएमआई का विकल्प चुना. खिलौने, किताबें, रसोई की आवश्यक वस्तुओं जैसी कैटेगरी में पहले सप्ताह के दौरान ऑर्डरों की संख्या में 2-5 गुना वृद्धि देखी गई.

क्विक-कॉमर्स की ओर शिफ्ट हो रहा है ग्राहकों का ध्यान
रिपोर्ट में कहा गया है, “ग्राहकों का ध्यान अब क्विक-कॉमर्स की ओर शिफ्ट हो रहा है, जिसमें कम औसत बिक्री मूल्य की कैटेगरी की खास भूमिका है. इनमें ग्रोसरी, ब्यूटी और पर्सनल केयर से जुड़ी वस्तुएं शामिल हैं.”

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