कॉरपोरेट नहीं ये ‘जानलेवा’ वर्क कल्चर! महिलाकर्मी की मौत पर भड़के उद्योगपति

हाइलाइट्स

अर्न्स्ट एंड यंग की कर्मचारी एना सेबेस्टियन की मौत से हर्ष गोयनका भड़के. उन्होने कहा उद्योग जगत में हेल्दी वर्ककल्चर को बढ़ावा देने की जरूरत है. ऑफिसेज में खराब वर्क कल्चर के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो.

नई दिल्ली. काम के दबाव के चलते अर्न्स्ट एंड यंग (EY) की कर्मचारी एना सेबेस्टियन की मृत्यु पर ऑफिसेज में वर्कलोड और सीनियर्स के रवैये के खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं. मशहूर उद्योगपति और आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कहा कि इस महिला कर्मचारी की मौत पर संवेदना नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव की जरूरत है. उन्होने कहा कि भारतीय उद्योग जगत को हेल्दी वर्ककल्चर को बढ़ावा देने के लिए साफ और स्पष्ट पॉलिसी निर्धारित करने और ऑफिसेज में बुरे माहौल के लिए यूनिट हेड को जिम्मेदार ठहराने समेत अन्य कदम उठाने चाहिए.

गोयनका ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में भारतीय उद्योग जगत के लिए छह अहम कार्यों के बारे में बताया, जिन्हें ‘ईवाई के एना सेबेस्टियन पेरेइल की दुखद मौत के बाद, एक हेल्दी वर्क कल्चर को बढ़ावा देने के लिए’ तत्काल उठाया जाना चाहिए.

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उन्होंने कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों, प्रबंधनीय कार्यभार और कल्याण पहलों के कार्यान्वयन का आह्वान किया, साथ ही कर्मचारियों को नई भूमिकाओं और वातावरण में समायोजित होने में मदद करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करके नए कर्मचारियों को समर्थन देने की भी सिफारिश की.

गोयनका ने कंपनियों से कहा कि वे ‘अत्यधिक काम करने का महिमामंडन बंद करें, लंबे समय तक काम करने की बजाय कार्यकुशलता को पुरस्कृत करें.’ खुले संचार को बढ़ावा देने की सिफारिश करते हुए गोयनका ने कहा, ‘प्रतिशोध के डर के बिना कर्मचारियों की चिंताओं का समाधान करें.’ जवाबदेह नेतृत्व की आवश्यकता पर बल देते हुए गोयनका ने कहा, “विषाक्त कार्य वातावरण के लिए इकाई प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। संवेदना नहीं, बल्कि वास्तविक परिवर्तन की जरूरत है.”

एना सेबेस्टियन पेरायिल ने 2023 में अपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) परीक्षा पास की थी. मृत्यु से पहले पहले चार महीने तक वह ईवाई पुणे कार्यालय में काम कर रही थीं. उनकी मां ने इसी महीने ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कंपनी में अत्यधिक काम के ‘महिमामंडन’ पर चिंता जताई. श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह इस मामले में कथित ‘असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण’ की जांच कर रहा है.

(भाषा से इनपुट के साथ)

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