नई दिल्ली. आजकल लोग अपनी जेब से एक रुपया भी देने से पहले 100 बार सोचते हैं, लेकिन पैसे की लालच ऐसी चीज होती है जो जेब से हजारों-लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये निकलवा देती है. दिल्ली में ठगी का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें बाप-बेटे की एक जोड़ी ने करीब 200 लोगों को पैसा डबल करने का लालच देकर तकरीबन 7 करोड़ रुपये की ठगी कर ली.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक व्यापारी और उसके बेटे को 7 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में गिरफ़्तार किया है. दोनों चिटफंड के जरिए कम समय में पैसे डबल करने के नाम पर लोगों से पैसे एंठते थे. आरोपियों की पहचान रविंदर कुमार पांडे और उनके बेटे प्रसून पांडे के रूप में हुई है. 33 वर्षीय प्रसून के पास बीबीए की डिग्री है. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पिता-पुत्र की जोड़ी द्वारा की गई धोखाधड़ी के खिलाफ़ पिछले साल ही मामला दर्ज किया था.
पुणे से गिरफ्तार हुए बाप बेटे
क्राइम ब्रांच ने भी जांच शुरू की और सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों को पुणे में किराए के मकान से पकड़ा गया। डीसीपी (क्राइम) सतीश कुमार ने बताया कि रविंदर अपने परिवार के साथ गोयला डेयरी में रहता था। डीसीपी ने बताया, “उसने फाइनेंस का कारोबार शुरू किया था और कम समय में पैसा कमाना चाहता था, इसलिए उसने लोगों को ठगना शुरू कर दिया।”
लोगों को फंसाने के लिए अपनाता था ये हथकंडा
पिता-पुत्र प्लॉट खरीदने वाले काफी संपत्ति वाले लोगों की पहचान करते थे. फिर उन्हें कुछ दिनों में पैसा डबल करने का लालच देकर लाखों रुपये निकलवा लेते थे. शुरुआत में भरोसा दिलाने के लिए कुछ रकम लौटाते देते थे, लेकिन जब अच्छी खासी रकम मिल जाती थी, तो अपनी प्रॉपर्टी बेचकर दिल्ली से भाग जाते थे.
भागते समय ये अपना मोबाइल और सिम भी नष्ट कर देते थे ताकि उन्हें कोई ट्रैक न कर सके. शुरुआत में वे नोएडा गए, लेकिन कुछ पीड़ितों ने उन्हें पकड़ लिया, जिससे वे इलाके को छोड़कर पुणे चले गए. पकड़े जाने से बचने के लिए वे अक्सर अपना किराए का पता बदलते रहते थे। आरोपियों ने लखनऊ के पास जमीन में पैसे भी लगाए थे.
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FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 11:29 IST