नई दिल्ली. भारत में अगले 5 सालों में यात्री विमानों की संख्या तेजी से बढ़ेगी और यह बढ़कर 1400 हो जाएगी. सिविल एविएशन सेक्रेटरी वुमलुनमंग वुअलनाम ने कहा कि अगले पांच साल में घरेलू विमानन कंपनियों के पास मौजूद विमानों की संख्या बढ़कर 1,400 हो जाएगी. फिलहाल, बेड़े में करीब 800 विमान हैं. इस बीच देश की प्रमुख एयरलाइन कम्पनियां इंडिगो और एयर इंडिया ने विमानों के लिए बड़े ठेके दे रखे हैं. विमानन मंत्रालय के सहयोग से ‘वीमेन इन एविएशन इंडिया’ द्वारा आयोजित ‘गिविंग विंग्स टू ड्रीम्स अवार्ड्स 2024’ में सचिव ने ड्रोन सहित विमानन क्षेत्र में महिलाओं के लिए मौजूद अवसरों का भी उल्लेख किया.
वुअलनाम ने कहा कि अगले 10 वर्ष में हवाई अड्डों की संख्या मौजूदा 74 से दोगुना होकर 157 हो जाएगी. यात्रियों की संख्या भी दोगुनी होकर 11 करोड़ से 22 करोड़ हो जाएगी. उन्होंने साथ ही कहा कि 120 करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना सफल रही और लाभार्थी कंपनियों का कुल कारोबार बढ़कर 1,400 करोड़ रुपये हो गया है.
17 साल में 5 बड़ी कंपनी जमीन पर आईं
ड्रोन के लिए पहली पीएलआई योजना की शुरुआत 20 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 2021 में वित्त वर्ष 2021-22 से तीन वित्त वर्षों के लिए की गई थी जो अब समाप्त हो गई है. बता दें कि पिछले 17 साल में भारतीय आसमान से करीब 5 फुल सर्विस एयरलाइन खत्म हो चुकी हैं. एक समय था जब भारत में किंगफिशर, जेट एयरवेज, एयर सहारा समेत कई एयरलाइंस कंपनियां थीं. पिछले 17 साल में देखें भारत में फुल सर्विस देने वाली करीब 5 एयरलाइंस बंद हो चुकी हैं.
किंगफिशर जहां साल 2012 में ही खत्म हो गई, वहीं एयर सहारा को जेट एयरवेज ने खरीदकर जेटलाइट के नाम से उड़ानें शुरू की. जेट एयरवेज भी साल 2019 से ही बंद पड़ी है. जेट एयरवेज ने करीब 25 साल तक सेवाएं दीं. फिलहाल, एयरलाइन मार्केट में एयर इंडिया और इंडिगो एयरलाइंस जैसे दो बड़ी कंपनियां ही मौजूद हैं.
(भाषा से इनपुट के साथ)
Tags: Air India Flights, Ayodhya Airport, Indigo Airlines
FIRST PUBLISHED : November 21, 2024, 17:28 IST