म्‍यांमार में मजदूरी करने वाला शख्‍स भारत में कैसे बना लॉटरी किंग?

हाइलाइट्स

सैंटियोगा मार्टिन, मार्टिन ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक हैं. मार्टिन को भारत का लॉटरी किंग कहा जाता है. ईडी ने अब उनके ठिकानों पर छापे मारे हैं.

नई दिल्‍ली. करीब 1368 करोड़ के चुनावी बॉन्ड यानि चंदा देकर सुर्खियों में आए लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन एक बार फिर से चर्चा में है. ईडी ने उनके कई ठिकानों पर छापे मारे हैं. इस छापामार कार्रवाई में जांच एजेंसी ईडी को अब तक 12 करोड़ रुपये की नकदी मिल चुकी है. सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई आज तीसरे दिन जारी है. हरियाणा के फरीदाबाद, कोलकाता और तमिलनाडु में ईडी का सर्च ऑपरेशन चल रहा है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद अब हर कोई जानना चाहता है कि सैंटियागो मार्टिन कौन है और उन्‍होंने अथाह दौलत कैसे कमाई है. आप को बता दें कि सैंटियागो मार्टिन कोई चांदी का चम्‍मच मुंह में लेकर पैदा नहीं हुआ था. गरीब परिवार में जन्‍में मार्टिन ने म्‍यांमार में मजदूरी तक की है.

मार्टिन चैरिटेबल ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार, सैंटियागो मार्टिन, मार्टिन ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. वे फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज नामक कंपनियों के मालिक हैं. गौरतलब है कि फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज राजनीतिक चंदा देने के लिए चुनावी बॉन्ड के प्रमुख खरीदारों में शामिल रही हैं. चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 से 2024 के बीच में फ्चूयर गेमिंग ने 1368 करोड़ रुपए का चंदा दिया. मार्टिन लॉटरी टिकटों के अलावा, सैंटियागो मार्टिन की अध्यक्षता वाला समूह रियल एस्टेट, निर्माण से लेकर हॉस्पिटैलिटी, सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी, भवन निर्माण सामग्री और कई अन्य बिजनेस भी करता है.

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म्‍यांमार में की मजदूरी
सैंटियागो मार्टिन के बारे में बहुत ज्‍यादा जानकारी उपलब्‍ध नहीं है. मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, उनका जन्‍म एक गरीब परिवार में हुआ था. किशोरावस्‍था में ही वे म्‍यांमार काम की तलाश में चले गए. वहां उन्‍होंने एक मजदूर के रूप में काम किया. कुछ वर्षों बाद वे भारत लौट आए.

लॉटरी टिकट बेचे
युवावस्‍था में ही सैंटियागो मार्टिन लॉटरी के धंधे से जुड़ गए. वे लॉटरी के टिकटें बेचने लगे. इस धंधे में उन्‍होंने आश्‍चर्यजनक तरीके से तरक्‍की की. बहुत से लोगों का मानना है कि उनके सिर पर कई राजनेताओं का हाथ था, जिस वजह से उन्‍होंने तेजी से तरक्‍की की. मार्टिन को भारत का ‘लॉटरी किंग’ माना जाता है क्योंकि उन्होंने सालों के इनोवेशन और मार्केटिंग के माध्यम से व्यवसाय में लिडरशीप की पोजिशन हासिल की.

एक साल में सबसे अधिक टैक्स देने वाले शख्स
सैंटियागो मार्टिन को 2004 में फाउंडेशन फॉर एक्सीलेंस इन बिजनेस प्रैक्टिस, जिनेवा द्वारा बिजनेस में उत्कृष्टता के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था. इतना ही नहीं, वह भारत में सबसे अधिक टैक्स देने वाले टैक्सपेयर भी रह चुके हैं, जिन्होंने अकेले एक साल में 1 अरब रुपये तक का टैक्स दिया था.

(इनपुट : शंकर आनंद)

Tags: Directorate of Enforcement, Lottery

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