हिंडनबर्ग ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर लगाए गंभीर आरोप. माधबी पुरी बुच और उनके पति पर विदेशी एंटिटी में निवेश का आरोप. विदेशी एंटिटी का अडानी समूह के साथ बताया जा रहा है संबंध.
नई दिल्ली. अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने शेयर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) पर निशाना साधा है. शॉर्ट-सेलर ने शनिवार (10 अगस्त) को सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Buch) पर बड़ा आरोप लगाया. हिंडनबर्ग ने कहा कि माधबी पुरी बुच और उनके पति के पास अडानी मनी साइफनिंग स्कैंडल में इस्तेमाल की गई अब्स्क्युर ऑफशोर एंटिटी में हिस्सेदारी थी. हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से माधबी पुरी बुच चर्चा में आ गई हैं. माधबी पुरी बुच सेबी की पहली महिला चेयरपर्सन हैं. 1, मार्च 2022 से वे ये पद संभाल रही हैं.
माधबी पुरी बुच सेबी चेयरपर्सन बनने से पहले, अप्रैल 2017 में, बुच को सेबी में पूर्णकालिक निदेशक नियुक्त किया गया था. उनका का जन्म 1966 में हुआ. बुच के पिता कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करते थे, जबकि मां राजनीति विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त एक शिक्षाविद थीं. माधबी पुरी बुच ने दिल्ली और मुंबई में स्कूली शिक्षा हासिल की और दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से बैचलर डिग्री हासिल की. इसके बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद (IIM, Ahmedabad) से एमबीए किया.
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18 साल की उम्र में सगाई
माधबी पुरी बुच की 19 साल की उम्र में ही सगाई धवल बुच के साथ हो गई थी. धवल एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में बड़े पद पर काम करते थे. 21 साल की उम्र में माधबी और धवल शादी के बंधन में बंध गए. माधबी ने शादी को कभी अपने करियर पर बोझ नहीं माना. उनका कहना है कि परिवार उनकी सबसे बड़ी ताकत है. वे अपने पति धवल बुच को अपना मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक बताती हैं.
एनजीओ के साथ किया काम
एमबीए करने के बाद माधबी पुरी बुच ने कुछ समय के लिए एक एनजीओ के साथ काम किया. 1989 में आईसीआईसीआई बैंक में जॉब की. इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के वेस्ट चेशायर कॉलेज में लेक्चरर के तौर पर काम किया. 2006 में वह आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में शामिल हो गईं. फरवरी 2009 से मई 2011 तक कंपनी की प्रबंध निदेशक और सीईओ रहीं.
माधबी पुरी बुच 2011 में ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल में शामिल होने के लिए सिंगापुर चली गईं. 2011 से 2017 के बीच उन्होंने ज़ेनसार टेक्नोलॉजीज, इनोवेन कैपिटल और मैक्स हेल्थकेयर जैसी कई कंपनियों के कार्यकारी निदेशक के रूप में काम किया. बुच इंडियन स्कूल ऑफ डेवलपमेंट मैनेजमेंट (आईएसडीएम) की स्वतंत्र निदेशक रह चुकी हैं और न्यू डेवलपमेंट बैंक के सलाहकार के रूप में भी काम किया कर चुकी हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 07:40 IST