कंपनी ने भारत सहित दुनियाभर में 10 फीसदी छंटनी की बात कही है. डेल के सीनियर एग्जीक्यूटिव ने इस बाबत कर्मचारियों को मेल किया है. छंटनी का असर मैनेजर लेवल के कर्मचारियों पर ज्यादा पड़ सकता है.
नई दिल्ली. कहते हैं हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. एक हाथ नफा तो दूसरे हाथ नुकसान. ऐसा ही कुछ इंसान के नए आविष्कार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) को लेकर भी हो रहा है. इस आधुनिक ‘हथियार’ ने एक तरफ को इंसानों की जिंदगी और कामकाज को बहुत सरल बना दिया तो दूसरी उनसे रोजगार छीनने की घटनाएं भी शुरू हो गईं. इंसानों के बनाए इस भस्मासुर ने अब तक लाखों नौकरियां खत्म कर दी हैं और ताजा मामला 12,500 कर्मचारियों को और बेरोजगार करने से जुड़ा है.
दरअसल, कंप्यूटर बनाने वाली दिग्गज कंपनी डेल (Dell) ने अपने मैनपॉवर का पुरर्गठन करने का ऐलान किया है. खासकर सेल्स डिवीजन में कंपनी बड़ा बदलाव करने जा रही है. इस बदलाव के तहत कंपनी ने भारत सहित दुनियाभर में अपने कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छंटनी की बात कही है. कंपनी का कहना है कि अब वह AI पर अपना फोकस बढ़ा रही है. इसके लिए करीब 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने का प्लान भी बना लिया है.
कर्मचारियों को कर दिया मेल
डेल के प्रबंध ने कर्मचारियों को 6 अगस्त को मेल भी कर दिया है. कंपनी ने कहा है कि अब हमारा फोकस AI फोकस सेल्स यूनिट बनाने पर है. इसके लिए सेंट्रलाइज्ड सेल्स यूनिट बनाई जा रही है. जाहिर है कि तकनीक के चलते अब हजारों कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा. कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव बिल स्कैनेल और जॉन बायर्न ने कर्मचारियों को भेजे मेल में लिखा, ‘हमने अपनी निवेश की रणनीति और उसकी प्राथमिकताओं में बदलाव किया है. इसका असर कुछ कर्मचारियों पर भी पड़ सकता है.’
कितने लोगों की होगी छंटनी
जैसा कि रिपोर्ट में कहा जा रहा अगर कंपनी 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर रही है, इसका मतलब है कि करीब 12,500 लोगों की नौकरी जाएगी. हालांकि, कंपनी की ओर से छंटनी की संख्या नहीं बताई गई है. इससे पहले भी कंपनी 10 हजार लोगों की छंटनी कर चुकी है. फरवरी, 2023 के बाद से कंपनी अब करीब 23 हजार लोगों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है.
20 साल से टिके लोग भी होंगे बेरोजगार
इस छंटनी का सबसे ज्यादा असर प्रबंधन के स्तर वाले कर्मचारियों जैसे मैनेजर और सीनियर मैनेजर्स पर पड़ेगा. इसमें कुछ ऐसे भी कर्मचारी दायरे में आएंगे जो बीते 20 साल से भी अधिक समय से कंपनी में टिके हुए हैं. एक कर्मचारी ने मीडिया को बताया कि छंटनी में मैनेजर, डायरेक्टर और वीपी जैसे पोस्ट के लोग ज्यादा प्रभावित होंगे. अभी हर 15 कर्मचारियों पर एक मैनेजर है, इस अनुपात को भी बढ़ाने की तैयारी में है कंपनी.
Tags: Business news, Job insecurity, Job loss
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 13:44 IST