नई दिल्ली. रक्षा बंधन से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 17 अगस्त को राज्य में ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन’ स्कीम को लॉन्च कर दिया है. इस स्कीम के तहत महलाओं के बैंक खाते में हर महीने 1,500 रुपये जमा किए जाएंगे. यह स्कीम मध्य प्रदेश सरकार की ‘लाडली बहना योजना’ की तर्ज पर शुरू की गई है.
स्कीम का लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आर्थिक सहायता पहुंचाना है. मुख्यमंत्री ने इस योजना को रक्षाबंधन से जोड़ते हुए कहा कि योजना के माध्यम से राज्य में महिलाओं के हितों की रक्षा की गारंटी दी गई है. यहां हम आपको स्कीम के बारे में पूरी जानकारी देंगे और बताएंगे महिलाएं इस योजना का लाभ कैसे उठा सकती हैं.
कौन उठा सकता है लाभ?
इस स्कीम के लिए महिलाओं को महाराष्ट्र राज्य की स्थायी निवासी होना आवश्यक है. यह स्कीम केवल 21 से 65 साल की आयु की महिलाओं के लिए लागू है. इसके अलावा, यह योजना केवल उन महिलाओं के लिए लागू होती है जिनके परिवार या घरेलू आय प्रति वर्ष 2.5 लाख रुपये से कम है.
योजना पर 46,000 करोड़ रुपये सालाना होंगे खर्च
योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दिए जाएंगे, जिससे राज्य के खजाने से साल 46,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। स्कीम को आधिकारिक तौर पर 17 अगस्त को लॉन्च किया गया है, लेकिन जुलाई से ही ट्रायल बेसिस पर योजना की शुरुआत हो चुकी है. सीएनबीसी आवाज के मुताबिक, 30 लाख से महिलाओं के खातों में 3,000 रुपये आ चुके हैं.
कैसे करें आवेदन?
महाराष्ट्र सरकार ने नारी शक्ति दूत (Nari Shakti Doot) नाम से एक ऐप लॉन्च किया है, जिसके जरिए योजना के लिए पात्र महिलाएं आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जो महिलाएं ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ हैं, उनके लिए स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और ग्राम सेवकों को आवेदन करने में मदद करने का काम सौंपा गया है.
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FIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 17:37 IST