नई दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. वहीं, दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) वर्टिकल का रेवेन्यू सालाना आधार पर 5.1 फीसदी बढ़कर 155,580 करोड़ रुपये (18.6 अरब डॉलर) रहा. स्थानीय तेल की बिक्री बढ़ने से और ज्यादा वॉल्यूम होने का फायदा इस बिजनेस को मिला है.
रिलायंस के ऑइल टू केमिकल्स व्यवसाय का EBITDA सालाना आधार पर 23.7 फीसदी कम होकर 12,413 करोड़ रुपये (1.5 अरब डॉलर) रहा. कम डिमांड-सप्लाय बैलेंस के चलते ट्रांस्पोर्टेशन फ्यूएल क्रैक्स में 50 फीसदीकी गिरावट दर्ज की गई. यही कमी डाउनस्ट्रीम केमिकल डेल्टा में भी देखी गई.
ऑयल एंड गैस बिजनेस की EBITDA बढ़ी
रिलायंस इंडस्ट्रीज की ऑयल एंड गैस बिजनेस की EBITDA ग्रोथ साल-दर-साल आधार पर 11 फीसदी बढ़ी है. फिस्कल ईयर 2025 की दूसरी तिमाही में यह बढ़कर 5,290 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले साल की इसी तिमाही में यह 4,766 करोड़ रुपए था. इस दौरान EBITDA मार्जिन में भी शानदार सुधार देखने को मिला है EBITDA मार्जिन सितंबर तिमाही में 85 फीसदी रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 72 फीसदी था.
ऑयल एंड गैस सेगमेंट के रेवेन्यू में गिरावट
दूसरी तिमाही में ऑइल एंड गैस व्यवसाय का रेवेन्यू सालाना आधार पर 6 फीसदी कम होकर 6,222 करोड़ रुपये (743 मिलियन डॉलर) रहा. कम कीमत मिलने के कारण ऐसा हुआ. दूसरी तिमाही में KGD6 का औसत गैस उत्पादन 28.5 MMSCMD रहा. ऑयल/कंडेनसेट का उत्पादन 20,800 बिलियन बैरल प्रतिदिन का रहा.
(डिस्क्लेमर – नेटवर्क18 और टीवी18 कंपनियां चैनल/वेबसाइट का संचालन करती हैं, जिनका नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज एकमात्र लाभार्थी है.)
Tags: Reliance industries
FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 21:15 IST