नई दिल्ली. यूट्यूब से कमाई के बड़े- बड़े दावे किए जाते हैं. भुवन बाम और अमित भडाना जैसे बडे भारतीय यूट्यूबर हर महीने 11.6 लाख रुपये से लेकर 1.7 करोड़ रुपये तक कमा रहे हैं. भारतीय यूट्यूबर की औसतन कमाई 4.17 लाख रुपये है. लेकिन, क्या यूट्यूब पर चैनल चलाने वाले सभी लोग कमाई कर पाते हैं? सवाल का जवाब ‘ना’ ही है. हाल ही में ‘नलिनी किचन रेसीपी’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली नलिनी उनगर ने तीन साल की असफल कोशिशों के बाद यूट्यूब को अलविदा कह दिया. एक के बाद एक की गई एक्स पोस्ट में नलिनी ने यूट्यूब पर ‘पक्षपात’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कमाई करना कतई आसान नहीं है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट की एक सीरीज़ में, उनगर ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने चैनल पर ₹8 लाख का निवेश किया लेकिन कोई वित्तीय लाभ नहीं हुआ. उन्होंने लिखा, “मैं अपने यूट्यूब करियर में असफल रही, इसलिए अब मैं अपनी सभी किचन एक्सेसरीज़ और स्टूडियो उपकरण बेच रही हूं. मैंने लगभग ₹8 लाख किचन बनाने, स्टूडियो उपकरण खरीदने और प्रमोशन पर खर्च किए. और बदले में क्या मिला? ₹0.”
तीन साल में बनाए 250 वीडियो
नलिनी ने तीन वर्षों में 250 वीडियो बनाए. उनके चैनल को 2,450 लोगों ने सब्सक्राइब किया. बावजूद इसके, वह यूट्यूब के एल्गोरिदम से जूझती रहीं. नलिनी का आरोप है कि यूट्यूब कुछ खास क्रिएटर्स और प्रकार के कंटेंट को प्राथमिकता देता है. उन्होंने लिखा, “यूट्यूब ने मुझे कुछ नहीं दिया. ऐसा लगता है कि यह प्लेटफ़ॉर्म पक्षपाती है, जिससे कड़ी मेहनत करने वालों को पहचान नहीं मिलती.”
यूट्यूब से कमाई कैसे होती है?
यूट्यूब से कमाई कई कारकों पर निर्भर करती है. भारतीय क्रिएटर्स को प्रति 1,000 व्यूज पर लगभग ₹53.46 मिलते हैं. कुछ खास प्रकार के कंटेट पर अधिक पैसे भी मिलते हैं. अमेरिका या यूके जैसे देशों से व्यूज़ भारत के व्यूज़ से ज्यादा कमाई करते हैं. ज्यादा लाइक्स, कमेंट्स और शेयर वीडियो की कमाई को बढ़ा देते हैं. इसके अलावा एफिलिएट मार्केटिंग, स्पॉन्सर्ड कंटेंट, मर्चेंडाइज सेल्स और चैनल मेंबरशिप्स जैसे तरीके आमदनी बढ़ाने में मदद करते हैं.
यूट्यूब चैनल चलाने का खर्चा
यूट्यूब चैनल करने में कोई पैसा नहीं लगता. लेकिन, इसे प्रोफेशनल तरीके से चलाने और कमाई के लिए काफी पैसे खर्च करने भी पड सकते हैं. बेसिक सेटअप, बढिया कैमरा वाले स्मार्टफोन या कैमरा, वीडियो एडिटिंग टूल्स, माइक्रोफोन, लाइटिंग और एडिटिंग के लिए लैपटॉप या कंप्यूटर खरीदने पर काफी पैसा खर्च हो जाता है. इसके अलावा मार्केटिंग और प्रमोशन पर भी पैसे खर्च करने होते हैं.
कमाई की चुनौतियां
यूट्यूब से कमाई होगी, इसकी गारंटी नहीं है. यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में जुड़ने के लिए क्रिएटर्स को पिछले साल में कम से कम 1,000 सब्सक्राइबर्स और 4,000 वॉच आवर्स पूरे करने होते हैं. लेकिन फिर भी, कम व्यूज, गैर-आकर्षक कंटेंट, या ऐसे निचे जिनमें विज्ञापन दरें कम हैं, कमाई में बाधा बन सकते हैं. इसलिए नलिनी कहती हैं, “आपकी दुकान अगले दिन उठने से पहले ही बंद हो सकती है.”
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FIRST PUBLISHED : December 19, 2024, 12:34 IST