जोमैटो को एक के बाद एक झटका! अब एक और को-फाउंडर ने छोड़ा साथ, क्या संकट में है देश की सबसे बड़ी फूड डिलीवरी कंपनी?

नई दिल्ली. जोमैटो, जो लगातार अपना विस्तार कर रही है, मुनाफा कमा रही है, और जिसके शेयर बाजार में स्टॉक की कीमतें भी बढ़ रही हैं, फिर भी उसके को-फाउंडर्स लगातार कंपनी छोड़ रहे हैं. 2018 से को-फाउंडर्स के कंपनी छोड़ने का सिलसिला अब भी जारी है. हाल ही में, कंपनी की एक और को-फाउंडर आकृति चोपड़ा ने भी जोमैटो को अलविदा कह दिया है. खास बात यह है कि आकृति ने कंपनी के फाउंडर दीपिंदर गोयल को एक भावुक मेल लिखकर इस्तीफा भेजा है.

मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, आकृति चोपड़ा ने दीपिंदर गोयल को लिखे अपने मेल में लिखा, “दीपी (दीपिंदर गोयल), जैसा कि हमने पहले चर्चा की थी, मैं औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा भेज रही हूं, जो आज 27 सितंबर 2024 से लागू हो जाएगा.” आकृति ने अपने मेल में आगे लिखा कि पिछले 13 सालों की यात्रा अद्भुत रही है और इसके लिए उन्होंने दीपिंदर और पूरी टीम का आभार व्यक्त किया. उन्होंने आगे लिखा कि वह हमेशा एक फोन कॉल की दूरी पर उपलब्ध रहेंगी.

दो सालों में पांच को-फाउंडर्स ने जोमैटो छोड़ा
जोमैटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल के नेतृत्व में कंपनी ने व्यापक विस्तार किया है, लेकिन पिछले दो सालों में पांच को-फाउंडर्स ने कंपनी का साथ छोड़ दिया है. आकृति चोपड़ा से पहले, गुंजन पाटीदार, पकंज चड्ढा, गौरव गुप्ता और मोहित गुप्ता भी कंपनी से अलग हो चुके हैं. जनवरी 2023 में मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) गुंजन पाटीदार और नवंबर 2023 में मोहित गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया था.

आकृति चोपड़ा के इस्तीफे का कारण अब भी अनजाना
हालांकि, आकृति चोपड़ा ने अपने इस्तीफे की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई है. उन्होंने बस ई-मेल के जरिए दीपिंदर गोयल को इस्तीफा भेजा, जिसमें उनके हटने का कोई ठोस कारण नहीं दिया गया. आकृति चोपड़ा, ब्लिंकइट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा की पत्नी हैं. जोमैटो ने ब्लिंकइट का अधिग्रहण किया था, जिसे पहले ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था.

आकृति के अचानक कंपनी छोड़ने के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या कंपनी किसी आंतरिक संकट का सामना कर रही है? एक के बाद एक को-फाउंडर्स का इस्तीफा देना कंपनी के भविष्य को लेकर अटकलें पैदा कर रहा है.

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