नई दिल्ली. माइक्रोसाॅफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करने वाले लोगों को हाल ही में क्राउडस्ट्राइक आउटेज से भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था. दुनियाभर में आईटी कंपनियां, एयरलाइंस, बैंक, अस्पताल समेत कई सेवांए कुछ दिनों तक प्रभावित रहीं. वहीं, इससे दुनिया की फाॅर्च्यून 500 कंपनियां भी अछूती नहीं रहीं. क्लाउड आउटेज जोखिम साझेदार पैरामीट्रिक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, क्राउडस्ट्राइक आउटेज के कारण फॉर्च्यून 500 कंपनियों को 5.4 बिलियन डॉलर (45 हजार करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है.
25% कंपनियों को हुआ नुकसान
क्राउडस्ट्राइक आउटेज के कारण फॉर्च्यून 500 कंपनियों में से लगभग 25% को नुकसान का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे अधिक प्रभावित उद्योग एयरलाइंस, स्वास्थ्य सेवा और बैंकिंग थे.
19 जुलाई को, माइक्रोसाॅफ्ट (Microsoft) में व्यापक तकनीकी गड़बड़ी के कारण कई कंपनियां प्रभावित हुईं. जिसका असर एयरलाइंस, अस्पतालों, टीवी स्टेशनों और वित्तीय बाजारों पर पड़ा. माइक्रोसाॅफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर अचानक बंद हो गए और रीबूट होने लगे, जिससे व्यवसायों को असुविधा और संभावित जोखिम का सामना करना पड़ा.
आउटेज का मूल कारण क्राउडस्ट्राइक के फाल्कन सेंसर प्लेटफ़ॉर्म के लिए जारी किए गए एक दोषपूर्ण अपडेट में पाया गया, जिसके कारण विंडोज डिवाइस क्रैश हो गए.
Tags: Business news, Information and Technology
FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 10:54 IST