मुंबई. ट्रेन में बगैर टिकट सफर करने वाले यात्रियों को टीटी पकड़ लेते हैं और उन पर पेनाल्टी लगाकर कार्रवाई करते हैं, लेकिन अगर कोई महिला बगैर टिकट होती है तो उस पर कार्रवाई करने में टीटी को जरूर परेशानी होती है. इन हालातों से निपटने के लिए रेलवे के सेंट्रल जोन ने खास पहल की है. इससे फायदा हो रहा है, रेलवे की आय में इजाफा भी हुआ है.
मध्य रेल ने “नव दुर्गा” – तेजस्विनी स्पेशल बैच बनाया है, इसमें सभी महिला टिकट चेकिंग कर्मचारी शामिल थीं. “नव दुर्गा” स्क्वाड के माध्यम से विभिन्न स्टेशनों पर विशेष टिकट जांच अभियान आयोजित चलाया जा रहा है. मुंबई मंडल की महिला विशेष टिकट चेकिंग बैच “तेजस्विनी” द्वारा चलाए गए इस अभियान का उद्देश्य त्योहारों में टिकट जांच प्रयासों को मजबूत करना और यात्रियों को वैध टिकट के साथ यात्रा करने के प्रति जागरूक करना है.
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जांच के दौरान एक मैडम बगैर टिकट यात्रा कर रही थीं. जांच टीम द्वारा टिकट मांगने पर पहले लटके झटके दिखाने लगीं और गुमराह करने लगीं. नव दुर्गा” स्क्वाड ने जब सख्त लहजे में टिकट मांगा तो उल्टा उन्हें ही खरी-खरी सुनाने लगी. पर्स से पेपर निकाला और कहा देख लो. यह पेपर एक स्थानीय नेता द्वारा मदद के लिए दिया गया था, जिस पर वो हनक दिखा रही थी. यह देख आसपास के यात्री हैरान हो गए. स्क्वाड तुंरत आरपीएफ का सहारा लेते हुए उसे ट्रेन से नीचे उतारा और कार्रवाई की.
सेंट्रल रेलवे ने बनाया तेजस्विनी बैच
सेंट्रल रेलवे के अनुसार तेजस्विनी बैच 1, 2, 3, 4 और स्पेशल बैच ने सक्रिय रूप से काम किया, सख्ती से टिकटों की जांच की और यात्रियों के बीच नियमों का पालन सुनिश्चित किया. इस दौरान बैचों ने कुल 11,971 बिना वैध टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों को पकड़ा और 33,98,732 रुपये का जुर्माना वसूला गया. टीम ने एसी लोकल, फर्स्ट क्लास और सेकेंड क्लास में बगैर टिकट यात्रियों को पकड़ा है.रेलवे के इस प्रयास में बगैर टिकट महिला यात्रियों को पकड़ने में सुविधा हो रही है, जो पहले नहीं हो पाती थी, क्योंकि पुरुष टीटी महिलाओं से ज्यादा बहस नहीं करते थे.
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FIRST PUBLISHED : November 1, 2024, 12:55 IST