Pension Scheme : हमारे जीवन में वित्तीय सुरक्षा का अपना ही महत्व है, खासकर जब बात हमारे परिवार की हो तो इसे इग्नोर नहीं किया जा सकता. वित्तीय सुरक्षा की बात आए तो भला पेंशन को कैसे इग्नोर किया जा सकता है. NPS, या नेशनल पेंशन सिस्टम, भारत सरकार द्वारा दी गई एक महत्वपूर्ण स्कीम है, जिसका लाभ हम सब उठा सकते हैं. यदि आप नौकरी करते हैं तो आपका एक एनपीएस अकाउंट होगा ही. लेकिन आपकी पत्नी का क्या? यदि वह नौकरी नहीं करती और एक हाउस-कीपर हैं तो उनके नाम की पेंशन कहां से आएगी. NPS इस प्रॉब्लक का सॉल्यूशन देता है. यदि आप अपनी पत्नी के नाम पर NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) स्कीम खुलवाते हैं, तो यह भविष्य में उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का एक प्रभावी माध्यम हो सकता है. आइए जानते हैं, कैसे यह योजना आपके और आपके परिवार के लिए लाभकारी हो सकती है.
NPS, या नेशनल पेंशन सिस्टम, एक सरकारी पेंशन योजना है जिसे भारत सरकार ने 2004 में शुरू किया था. इसका मुख्य उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है. NPS में आप नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं, और 60 वर्ष की आयु के बाद आपको इस निवेश का लाभ मिलता है. बिलकुल वैसा ही जैसे पहले सरकारी ओल्ड पेंशन स्कीम में मिलता था. नई पेंशन स्कीम प्राइवेट नौकरी और काम करने वालों को भी रिटायरमेंट पर एकमुश्त पैसा और पेंशन पाने की सुविधा देती है.
पत्नी के नाम एनपीएस शुरू करने से क्या होगा?
मान लीजिए आपकी पत्नी की आयु अभी 35 साल है. यदि आप उनका अकाउंट खुलवाकर हर महीने 5000 रुपये निवेश करते हैं, तो साल भर में यह राशि 60,000 रुपये हो जाएगी. इस प्रकार, 60 वर्ष की आयु तक, यानी अगले 25 वर्षों तक, आपको हर साल 60,000 रुपये निवेश करने होंगे. यूं 25 वर्षों में कुल मिलाकर आपकी निवेश राशि 15 लाख रुपये हो जाएगी.
तस्वीरों में – क्या पत्नी को पति से मिलने वाले पैसे पर भी लगता है टैक्स?
NPS कैलकुलेटर के अनुसार, 25 वर्षों के बाद, आपके निवेश की वैल्यू लगभग 67 लाख रुपये हो जाएगी. अब आइए जानें, कैसे इस राशि का वितरण किया जाता है और कैसे यह आपके और आपके परिवार के लिए फायदेमंद हो सकती है.
60 वर्ष की आयु के बाद, आपकी पत्नी को निवेश की कुल राशि का 60% एकमुश्त मिल जाएगा. इसका मतलब है कि लगभग 40 लाख रुपये तुरंत प्राप्त होंगे. यह राशि टैक्स फ्री होती है, यानी इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. इस राशि को फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश किया जा सकता है. 25 साल बाद FD पर कितना रिटर्न होगा, यह तो कहा नहीं जा सकता, इसलिए इसे हम वर्तमान रेट पर ही कैलकुलेट कर रहे हैं. वर्तमान में FD पर लगभग 7.5% का रिटर्न मिलता है. इस प्रकार, हर महीने आपकी पत्नी को लगभग 30,000 रुपये का लाभ मिलेगा.
तस्वीर मेटा के AI से बनाई गई है.
बाकी 40% राशि, यानी लगभग 27 लाख रुपये पर उन्हें पेंशन मिलेगी. इस राशि से एक एनुअटी खरीदी जाती है, जिससे हर महीने लगभग 13,000 रुपये की पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है. इस प्रकार, कुल मिलाकर, अकाउंट होल्डर को हर महीने लगभग 43,000 रुपये की पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी.
मृत्यु होने पर वारिसों को लाभ
NPS की एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यदि पेंशन प्राप्त करने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो बची हुई राशि उसके वारिसों को मिल जाती है. इस प्रकार, यह योजना आपके परिवार के लिए एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा का माध्यम बन सकती है. NPS स्कीम आपके और आपके परिवार के लिए एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा का माध्यम हो सकती है.
इससे न केवल रिटायरमेंट के बाद आपको बल्कि आपकी पत्नी को अलग से वित्तीय सुरक्षा मिल सकती है. आपके वारिसों को भी इसका लाभ मिलेगा. इसलिए, यह एक समझदारी भरा कदम होगा कि आप अपनी पत्नी के नाम पर NPS स्कीम खुलवाएं. आज के समय में, वित्तीय सुरक्षा के लिए सही निवेश करना बेहद जरूरी है. NPS स्कीम अपनी विशेषताओं के कारण एक बढ़िया विकल्प है.
Tags: Business news, National pension, New Pension Scheme, Pension fund, Pension scheme, Retirement fund, Retirement savings
FIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 14:32 IST