मुहूर्त ट्रेडिंग: इस सेक्टर की अच्छी कंपनियों में लगा दो पैसा, तगड़े मुनाफे की उम्मीद, हो जाएगी दिवाली

नई दिल्ली. दिवाली रोशनी का त्योहार है. वैसे देखा जाए तो आज के दिन रोशनी के बिना कुछ भी संभव नहीं है. और देश-दुनिया को रोशन करने का सबसे बड़ा जिम्मा एनर्जी सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के कंधों पर है. एनर्जी में भी अब रिन्यूएबल एनर्जी की बात की जाती है. भविष्य ऐसी ऊर्जा है, जो प्राकृतिक हो और कभी खत्म न हो. यदि रिन्यूएबल एनर्जी बनाने वाली कंपनियां ग्रो करेंगी तो जाहिर है कि उसके निवेशक भी फायदे में रहेंगे. आइए देखते हैं कि इस क्षेत्र में कौन-सी कंपनियां अव्वल हैं और उनमें निवेश बनाया जा सकता है.

जलवायु परिवर्तन की चिंता के बीच पूरी दुनिया एनर्जी के लिए कार्बन पैदा करने वाले जीवाश्म ईंधन से हटकर स्वच्छ ऊर्जा की ओर कदम बढ़ा रही है. यह ऊर्जा बदलाव (Energy Transition) मुख्य रूप से रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से हो रहा है, जिसमें सौर, पवन और हाइड्रोजन ऊर्जा जैसे स्रोतों का प्रमुख योगदान है. अनुमान के अनुसार, अगले 30 वर्षों में इस क्षेत्र में 150 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (12,450 लाख करोड़ रुपये) का निवेश होगा.

भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादक है, वह इस बदलाव में अग्रणी भूमिका निभा रहा है और निभाते रहने की उम्मीद भी है. जुलाई 2024 तक भारत की कुल स्थापित रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता 197.20 गीगावाट (GW) थी. वित्तीय वर्ष 2023-24 में, देश ने 18.48 GW की नई क्षमता जोड़ी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21% अधिक है.

टाटा पावर
रिन्यूएबल ऊर्जा के क्षेत्र में टाटा पावर सबसे महत्वपूर्ण नामों में से एक है. 1919 में स्थापित यह कंपनी ऊर्जा क्षेत्र में सदीभर का अनुभव रखती है. वर्तमान में टाटा पावर के पास 3,490 मेगावाट (MW) की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता है. कंपनी ने हाल ही में गुजरात के धोलरा में 300 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र शुरू किया है. इसका शेयर प्राइस पिछले 5 सालों में मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है. भविष्य में भी इस स्टॉक में अपार संभावनाएं बनी हैं.

अडानी ग्रीन एनर्जी
भारत की प्रमुख रिन्यूएबल ऊर्जा कंपनियों में अगला नाम अडानी ग्रीन एनर्जी का है. यह दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा उत्पादक कंपनी है. कंपनी के पास 10,900 मेगावाट की रिन्यूएबल ऊर्जा क्षमता है, जिसमें से 7,412 मेगावाट सौर, 1,417 मेगावाट पवन, और 2,071 मेगावाट हाइब्रिड प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.

अडानी ग्रीन एनर्जी ने सितंबर 2024 में सिंगापुर की टोटल एनर्जी रिन्यूएबल्स के साथ एक संयुक्त उद्यम की घोषणा की, जिसका लक्ष्य 1,150 मेगावाट सौर परियोजनाओं का संचालन है. अडानी ग्रीन एनर्जी गुजरात के कच्छ में खवड़ा क्षेत्र में 30 GW की हाइब्रिड रिन्यूएबल ऊर्जा परियोजना विकसित कर रही है, जो दुनिया का सबसे बड़ा ऊर्जा संयंत्र होगा.

इस परियोजना से हर साल 58 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन को रोका जा सकेगा, जो वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण कदम है. कंपनी की मौजूदा सौर मॉड्यूल निर्माण क्षमता 4 GW है और अगले कुछ वर्षों में इसमें भारी निवेश करने की योजना है.

एलएंडटी (L&T)
एलएंडटी का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. यह कंपनी न केवल निर्माण और इंजीनियरिंग में माहिर है, बल्कि अब रिन्यूएबल ऊर्जा के क्षेत्र में भी प्रमुख भूमिका निभा रही है. मार्च 2024 में, एलएंडटी ने गुजरात के हजीरा में अपने पहले हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर संयंत्र का उद्घाटन किया. इस कदम के साथ, कंपनी ने हाइड्रोजन उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा है. इसके अलावा, एलएंडटी इलेक्ट्रोलाइजर्स, मैकफी एनर्जी (फ्रांस) से तकनीक लेकर घरेलू स्तर पर इलेक्ट्रोलाइजर्स का निर्माण कर रही है.

एलएंडटी ने सितंबर 2024 में अपने पावर ट्रांसमिशन और वितरण के कारोबार से रिन्यूएबल ऊर्जा EPC को एक अलग यूनिट बनाया. कंपनी अब तक 22 GWp के रिन्यूएबल EPC के साथ ग्लोबल मार्केट में एक बड़ा नाम है, जिसमें फ्लोटिंग सोलर और बैटरी एनर्जी स्टोरेज परियोजनाएं शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, एलएंडटी भारत और मध्य-पूर्व के बाजारों में ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाओं पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, और अगले कुछ वर्षों में 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (₹33,200 करोड़) का निवेश करने की योजना है.

(Disclaimer: यह खबर केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रकाशिक की गई है. यदि आप इनमें से किसी भी शेयर में पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)

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