रूल ऑफ 114 बताता है कि आपका निवेश कितने समय में तीन गुना हो सकता है. रूल ऑफ 144 बताता है कि आपका निवेश कितने समय में चार गुना हो सकता है. इन दोनों संख्याओं को ब्याज की दर से भाग करके आप सही उत्तर पा सकते हैं.
निवेश की दुनिया में यह जानना बहुत जरूरी होता है कि आपका पैसा कितने समय में कितना बढ़ जाएगा. भई बढ़ने के लिए ही तो कहीं निवेश किया होगा आपने! निवेश की पूरी प्रक्रिया हालांकि जटिल हो सकती है, लेकिन कुछ सरल नियम हैं, जो आपको अपने निवेश को समझने और उससे जुड़े टाइम मैनेजमेंट में मदद कर सकते हैं. इन नियमों में से दो अहम रूल हैं, जिनकी आज हम चर्चा करने वाले हैं. एक है रूल ऑफ 114 (रूल ऑफ 114) और दूसरा है रूल ऑफ 144 (रूल ऑफ 144). ये दोनों नियम आपको बताएंगे कि आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा कब तीन गुना हो जाएगा और कब चार गुना.
रूल ऑफ 114 का नियम बताता है कि आपका निवेश कितने समय में तीन गुना हो सकता है. यह नियम काफी सरल है. अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके पैसे को तीन गुना होने में कितना समय लगेगा, तो आपको 114 को उस ब्याज दर से विभाजित करना होगा, जिस पर आप निवेश कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, अगर आप किसी बचत योजना में निवेश कर रहे हैं, जो 8 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न देती है, तो रूल ऑफ 114 के अनुसार, आपको 114 को 8 से विभाजित करना होगा. इसे विभाजित करने पर आपको जो संख्या मिलेगा, उतना ही टाइम आपके पैसे को तीन गुना होने में लगेगा. चलिए इसकी कैलकुलेशन भी देख ही लें-
114 ÷ 8 = 14.25
इसका मतलब है कि आपका पैसा लगभग 14.25 वर्षों में तीन गुना हो जाएगा, यदि आपको सालाना 8 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज दर मिलती रहे. यदि रेट ऑफ इंटेरेस्ट बदलता है तो समय में भी बदलाव आ जाएगा.
रूल ऑफ 144: आपका पैसा कितने समय में चार गुना होगा?
रूल ऑफ 114 की तरह ही, रूल ऑफ 144 भी बड़े काम का है. यह आपको बताता है कि आपका पैसा कितने टाइम में 4 गुना हो जाएगा. यहां आपको 144 को अपनी निवेश योजना की वार्षिक ब्याज दर से विभाजित करना होता है. उदाहरण के लिए, अगर आपकी निवेश योजना 8% वार्षिक रिटर्न दे रही है, तो रूल ऑफ 144 के अनुसार-
144 ÷ 8 = 18
इसका मतलब है कि आपका पैसा 18 वर्षों में चार गुना हो जाएगा. इन दोनों नियमों का महत्व इस बात में है कि ये आपको निवेश की योजना बनाते वक्त, उस समय का सही अंदाजा रहे जब आपका पैसा एक खास लेवल तक पहुंच जाएगा. उदाहरण के लिए, अगर आप अपने बच्चों की शिक्षा के लिए या रिटायरमेंट के लिए पैसे जुटा रहे हैं, तो आपको यह जानने की जरूरत होती है कि आपकी राशि कितने समय में कितनी हो जाएगी.
हालांकि, ध्यान रखें कि ये नियम केवल एक अनुमान हैं और वास्तविक परिणाम निवेश के बाजार में उतार-चढ़ाव, टैक्स और अन्य चीजों पर निर्भर कर सकते हैं. इसलिए इन नियमों का उपयोग करते समय निवेश के सभी पहलुओं पर विचार करना भी जरूरी है.
किन स्कीमों में अभी मिलता है 8% से अधिक वार्षिक रिटर्न
2 सितंबर 2024 तक मिलने वाली ब्याज दरों के आधार पर यह भी जान लेना चाहिए कि कौन-सी सरकारी योजनाएं 8 प्रतिशत या उससे ऊपर का रिटर्न देती हैं. ये योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं, जिससे उन्हें अपेक्षाकृत सुरक्षित निवेश विकल्प बनाया जाता है.
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS): यह योजना विशेष रूप से 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिज़ाइन की गई है. यह प्रति वर्ष 8.2% की निश्चित ब्याज दर प्रदान करती है, जो तिमाही आधार पर कंपाउंडिंग होती है. न्यूनतम निवेश ₹1,000 है, और अधिकतम 30 लाख रुपये है.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY): यह योजना एक बालिका के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से है. यह प्रति वर्ष 8.2% की ब्याज दर प्रदान करती है, जो सालाना चक्रवृद्धि होती है. न्यूनतम वार्षिक निवेश ₹1,000 है, और अधिकतम ₹1.5 लाख है.
राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC): NSC एक लोकप्रिय स्कीम है, जिसे सरकार चलाती है. 5 वर्ष की अवधि के साथ NSC VIII के लिए ब्याज दर वर्तमान में 8% है.
Tags: Investment and return, Investment scheme, Personal finance
FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 13:41 IST